शिमला (एमबीएम न्यूज) : राष्ट्रपति पद की कांग्रेस समेत 17 दलों की साझा उम्मीदवार मीरा कुमार ने विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायकों एवं सांसदों से आह्वान किया है कि वे अंतरात्मा की आवाज पर वोट करें। वह सोमवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि आंकड़ों का क्या वजूद है, वजूद तो आत्मा की आवाज का है। जब यह आवाज उठती है, तो आदमी खुद इधर से उधर हो जाए। मीरा कुमार से जब पूछा गया कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में अंकगणित तो आपके पक्ष में नहीं बैठता है, तब उन्होंने कहा कि अंतराआत्मा की आवाज के आगे सारे अंकगणित ध्वस्त हो जाते हैं।
मीरा कुमार ने कहा कि भारत जिस विचारधारा और सिद्धांतों में आस्था रखता है, वह इस समय खतरे में है। उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहता है कि राष्ट्रपति चुनाव सिद्धांतों की लड़ाई के रूप में लड़ा जाए।
मीरा ने कहा कि बात उन सिद्धांतों की है जो मेरे और इस देश के ज्यादातर लोगों के दिल के करीब है। भारत एकता के सूत्र में इसलिए बंधा है, क्योंकि हम इन सिद्धांतों में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि देश में कई तरह के धर्म हैं, कई संस्कृतियां, विचारधाराएं और भाषाएं हैं, फिर भी देश एकजुट है तो सिर्फ इसलिए कि ये सिद्धांत बचे हुए हैं।
मीरा ने कहा कि इन सिद्धांतों पर खतरा आ गया है और जरूरत इस बात की है कि विचारधाराओं को परखा जाए। विपक्षी उम्मीदवार ने कहा कि उन्होंने सिद्धांतों में आस्था रखने वाले सभी सांसदों और विधायकों को पत्र लिखा है, चाहे वे किसी भी राज्य या पार्टी के हों, और उनसे कहा है कि वे राष्ट्रपति चुनाव के ऐतिहासिक मौके पर ऐसा फैसला लें, जिससे सही मायने में, नई सोच के साथ देश आगे बढ़े और नए भारत का निर्माण हो।
बाद में मीरा कुमार ने कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक को संबोधित किया। बैठक में कांग्रेस के सभी विधायक शामिल हुए। दो निर्दलीय विधायक पवन काजल और किरनेश जंग भी बैठक में सम्मिलित हुए।