शिमला (एमबीएम न्यूज़) : भाजपा पार्षद संजय परमार के साथ मारपीट, दुर्व्यवहार और स्याही फेंकने के मामले में आरोपी चार युवकों को पुलिस ने पूछताछ के बाद जमानत पर रिहा कर दिया है। मारपीट के बाद आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस ने बीते कल आरोपियों को शिमला में गिरफ्तार किया था। इनके खिलाफ दर्ज एफआईआर में बेलेबल धाराएं थीं, लिहाजा पुलिस ने आरोपियों अमित कोहली, गटटू रोहाल, सुनील और जितेंद्र जमानत पर रिहा कर दिया।
इस मामले में दो अज्ञात आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं। इन सबके खिलाफ बालूगंज थाने में आईपीसी की धाराओं 147, 149, 323, 504 व 506 के तहत मामला दर्ज है। जबकि भाजपा इस मामले में हत्या के प्रयास की धारा 307 को भी जोड़ने की मांग कर रही है। इस मामले ने खूब राजनीतिक तूल भी पकड़ा, क्योंकि पार्षद संजय परमार ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया।
परमार पर छह लोगों ने सोमवार की रात मारपीट की थी, जब वह अपनी कार में सवार होकर चंडीगढ़ से शिमला लौट रहे थे। शिमला के समीप सोनू बंगला में आरोपियों ने पार्षद की कार रूकवाई, फिर उस पर लात-घूंसे बरसाए और चेहरे पर काली स्याही फेंकी। किसी तरह जान बचाकर पार्षद सीधे बालूगंज थाने पहंचे और मामला दर्ज करवाया।
काबिलेगौर है कि संजय परमार पूर्व नगर निगम में कांग्रेस के मनोनीत सदस्य थे। इस बार वह घोड़ाचौक्की वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विजयी हुए थे। बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। इस बार निगम चुनाव में भाजपा व कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत न मिलने के कारण निर्दलीय प्रत्याशियों की भूमिका बेहद अहम रही।