शिमला (एमबीएम न्यूज़) : भाजपा में गए निर्दलीय प्रत्याशी संजय परमार पर हमले के मामले ने तूल पकड़ लिया है और इस मुददे पर सियासत तेज हो गई है। भाजपा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए शिमला में उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। जिला भाजपा इकाई ने उपायुक्त को एक ज्ञापन पत्र सौंपते हुए हमलावरों को 24 घंटों के भीतर गिरफतार करने की मांग की है। भाजपा ने कहा है कि शिमला में पहली मर्तबा ऐसा नहीं हुआ है।
इससे पहले कांग्रेसियों ने भाजपा के मुख्यालय पर भी हमला बोला था। पार्टी ने कहा है कि भाजपा पार्षद संजय परमार पर हमले में कांग्रेस के असामाजिक तत्वों के लोग शामिल हैं और इन अपराधियों को 24 घंटो के भीतर गिरफ्तार किया जाए। जिससे जनता को इन असमाजिक तत्वों से निजात मिल सके। भाजपा ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि वारदात के बाद अभी तक आरोपी फरार हैं।
दरअसल भाजपा पार्षद संजय परमार पर कल रात कालका-शिमला हाईवे पर सोनू बंगला के पास हमला हुआ था, जब वह कार से चंडीगढ़ से शिमला वापिस लौट रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार चार-पांच युवकों ने कार से बाहर निकालकर उन्हे धुना और उन पर स्याही फेंकी। हमलावारों के चुंगल से बचकर पार्षद सीधा बालूगंज थाने पहुंचे और मामला दर्ज करवाया। पार्षद द्वारा पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार उन पर हमला अमित कोहली, जितेंद्र, गटटू रोहाल और अन्य दो अज्ञात व्यक्तियों ने हमला किया।
इस संदर्भ में पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 149, 323, 504 व 506 के तहत मामला कायम किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी घटना के बाद फरार हो गए हैं और उनकी तलाश जारी है। इस बीच पार्षद के साथ हुई मारपीट से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडिया में साफ दिख रहा है कि पार्षद परमार के मुंह व कपडों पर स्याही फेंकी गई है। इतना ही नहीं हमलावार पार्षद को बार-बार पार्टी छोड़ने की हिदायत देते बोलते दिख रहे हैं।
आपको बता दें कि संजय परमार पूर्व नगर निगम में कांग्रेस के मनोनीत सदस्य थे। इस बार वह घोड़ाचौक्की वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विजयी हुए थे। बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। इस बार निगम चुनाव में भाजपा व कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत न मिलने के कारण निर्दलीय प्रत्याशियों की भूमिका बेहद अहम रही।