कुल्लू (नीना गौतम) : देवभूमि कुल्लू की एक बेटी ने नासा में एंट्री करकें देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। 14 वर्ष की उम्र में कुल्लू के रामशिला में रहने वाली भुवनेश्वरी ने वैदर बेलून बनाकर चमत्कार कर दिखाया है। भुवनेश्वरी के इस वैदर बेलून को नासा ने लॉन्च करवाया है। जिस ऊंचाई तक वैलून ने जाना था, वह ठीक वहीं पर जाकर ठहरा है, जिससे भुवनेश्वरी नासा की परीक्षा में पूरी तरह से सफल हो गई है।
यह वैदर बेलून मौसम की जानकारी देता रहेगा। हिमाचल के प्रतिष्ठित स्कूल स्नावर ने पढऩे वाली भुवनेश्वरी के इस महान कार्य से कुल्लू व लाहुल-स्पीति में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। भुवनेश्वरी अमेरिका से 8 जुलाई को कुल्लू पहुंचने वाली है। यहां पर इस नन्हीं प्रतिभा का भव्य स्वागत होगा। बता दें कि भुवनेश्वरी हिमाचल प्रदेश की पहली विधायिका लता ठाकुर की पोती, लाहुल-स्पीति के वर्तमान विधायक रवि ठाकुर व युवा कांग्रेस की पूर्व में प्रदेश की महासचिव एवं वर्तमान में नेउली वार्ड की पार्षद रेणुका डोगरा की बेटी है।
रेणुका डोगरा माता भुवनेश्वरी (भेखली माता) की उपासक हैं और बेटी का नाम भी उन्होंने इसी लिए भुवनेश्वरी रखा है। बेटी की इस उपलब्धि पर माता रेणुका डोगरा खुशी से फूली नहीं समा रही हैं। रेणुका के अनुसार भुवनेश्वरी के कुल्लू पहुंचते ही सर्वप्रथम माता भेखली के दरबार में आशीर्वाद लिया जाएगा। उनके अनुसार माता भुवनेश्वरी की असीम कृपा से ही यह उपलब्धि हासिल हुई है। बताया जा रहा है कि अब नासा ने इस उपलब्धि के बाद भुवनेश्वरी को गोद ले लिया है और 10 वर्ष का वीजा भी उपलब्ध करवाया गया है।
अब भुवनेश्वरी कभी भी अपनी नई उपलब्धियों या फिर अन्य गतिविधियों के सीखने के लिए नासा जा सकती है। हालांकि नासा में भुवनेश्वरी को ऑफर दिया है कि वह वहां पर रहकर सांइटिस्ट बन सकती है लेकिन भुवनेश्वरी का लक्ष्य कुछ और ही है। भुवनेश्वरी भारत में ही रहकर भारतीय सेना में भर्ती होना चाहती है और बतौर हार्ट सर्जन बनकर देश की सेवा की सेवा करना चाहती है।