बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : वन रक्षको पर हो रहे हमले थमने का नाम नही ले रहे है। मंडी जिला के बाद अब बिलासपुर जिला में वन रक्षक पर कुछ लोगो ने हमला बोल दिया। हमले की वजह मात्र इतनी सी थी कि वन रक्षक सरकारी जमींन पर दुकान के लिए शैड बनाने नही दे रहा था। यह मामला बिलासपुर जिला के पंजगाई वन खंड का है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजगाई वन खंड के वन रक्षक रिंकू कुमार और वन कर्मचारी हरि राम पर गत वीरवार को अपनी गश्त करके वापिस अपने कार्यालय आ रहे थे। जहाँ पर वन रक्षक आवास के ऊपर सरकारी भूमि पर पवन कुमार टीन का एक शैड बना रहा था, जिसका स्थानीय लोग भी विरोध कर रहे थे। इस दौरान वन रक्षक रिंकू कुमार ने भी उस शैड को सरकारी भूमि पर लगाने नही दिया, जिसके बाद पवन कुमार तैश में आ गया और वन रक्षक से वहीँ उलझ गया।
वन रक्षक तथा वन कर्मचारी अपने आवास पर आ गये, जोकि कार्यालय के साथ ही है। इसके बाद रात को खोखा स्थापित करने वाले लोग शराब में धुत होकर वन रक्षक के आवास पर आये और वन रक्षक के आवास पर पथराव शुरू कर दिया। भद्दी गाली-गलोच करने लग पड़े। इसके बाद यह लोग वन रक्षक के आवास पर आये और उसे जान की धमकी देने लगे वनरक्षक ने रात को ही इसकी सूचना अपने अधिकारियो को फ़ोन के माध्यम से दे दी।
इसके बाद वन खंड पंजगाई के बीओ अपने अन्य स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और इसकी ऍफ़आईआर पुलिस चौकी खारसी में दर्ज करवाई। जब इस संदर्भ में हमने इस मामले की जांच कर रहे पुलिस चौकी खारसी के अधिकारी जसवंत सिंह से बात की तो उन्होंने बताया की पुलिस ने आईपीसी की धारा 336 , 504 , 506, 34 के तहत मामला दर्ज कर आगामी जांच में जुट गई है।
वहीँ इस मामले का हिप्र फॉरेस्ट एसोसिएशन बिलासपुर ने कडा विरोध किया है। हि प्र फॉरेस्ट एसोसिएशन बिलासपुर के प्रधान सुशील कुमार ने इस मामले की कड़ी निदा की है और हिमाचल प्रदेश सरकार, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर व जिला वन अधिकारी बिलासपुर से मांग की है कि इन लोगो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
उन्होंने कहा की वन रक्षक द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध कब्ज़ा रोका गया और उसके आवास पर इन लोगो ने जबरदस्त पथराव किया और उसे जान से मारने की धमकी दी है। जिससे सभी कर्मचारियों में दहशत का माहौल है। उन्होंने कहा कि इन व्यक्तियों के ऊपर सख्त कार्यवाई की जाए, ताकि कर्मचारियों में फैला दहशत का माहौल कम हो और वह सरकारी संपदा की रक्षा कर सके।