शिमला (एमबीएम न्यूज): दिल्ली हाईवे पर पिपली में ढाबे की शिकायत पर एचआरटीसी मंत्री बाली तल्ख हो गए हैं। कहा है, सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत मिली है। अगर सच्चाई पाई गई तो ढाबे पर निगम की बसें नहीं रुकेंगी।
सख्त लहजे में बाली ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि अन्य ढाबे वाले भी गांठ बांध ले कि वाजिब दामों पर अच्छा खाना तो दें ही, पीने का स्वच्छ पानी व साफ-सुथरे टॉयलेट की भी सुविधा प्रदान करें। ऐसा न होने पर शिकायत मिलते ही सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बाली ने कहा है कि एचआरटीसी द्वारा 12 फूड ज्वाइंट खोल दिए गए हैं, जहां 25 रुपए की थाली परोसी जा रही है। धीरे-धीरे ऐसे ज्वाइंट अन्य स्थानों पर भी खोले जाएंगे।
बाली की इस पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। अनिल ठाकुर ने लिखा है, जमीनी स्तर पर कुछ नहीं होता। बातें केवल सोशल मीडिया या अखबारों तक ही सीमित रह जाती हैं। उन्होंने कहा कि कई बार देखा है कि पिपली में मनमाने रेट वसूले जाते हैं। उन्होंने कहा कि पिपली को छोड़ो, हिमाचल में जितने ढाबे हैं, वहां भी कहीं रेटलिस्ट नहीं हैं।
अरविंद मेहता लिखते हैं कि चालक व परिचालक को ढाबे का चयन करने का अधिकार होना चाहिए। एसी में बैठने वाले अधिकारियों को इस पर निर्णय नहीं लेना चाहिए। रमेश ठाकुर भी यही लिख रहे हैं कि अधिकतर ढाबों में घटिया खाना दिया जाता है।
खमेंद्र गुप्ता का कहना है कि होटल की वीडियो सोशल मीडिया पर आजकल चल रही है। इसकी शिकायतें पहले भी आती रही हैं, लेकिन जब उच्च अधिकारी ही किसी पर मेहरबान हो तो कोई क्या कर सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा ही एक वीडियो उन्होंने पूर्व सीजीएम को दिया था, लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बहरहाल बाली की इस पोस्ट पर अधिकतर प्रतिक्रियाएं तीखी हैं।