शिमला (एमबीएम न्यूज़) : नगर निगम चुनाव के लिए शुक्रवार को सम्पन्न हुए शांतिपूर्ण मतदान में 55 से 60 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। यह आंकड़ा वर्ष 2012 में हुए मतदान के आंकड़ों से कम है। 2012 में 64 फीसदी मतदान हुआ था।
राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार निगम चुनाव में 55 से 60 फीसदी लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया। मतदान का सही आंकड़ा देर शाम तक ही उपलब्ध हो पाएगा। शिमला के कैथू बार्ड के एक बूथ पर ईवीएम में गड़बडी का मामला सामने आया है।
सभी 34 वार्डों में शुरुआत में मतदान की रफ्तार बेहद धीमी रही लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही मतदान ने जोर पकड़ लिया। दो बजे तक लगभग 45 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके थे। अंतिम घंटों में मतदान की रफ्तार में तेजी देखी गई। मतगणना कल शनिवार को होगी।
प्रथम तीन घंटे में 12 से 15 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही लोगों ने घरों से निकलना शुरू किया और फिर खत्म होते-होते यह आंकड़ा 55 से 60 फीसदी के आसपास पहुंच गया। शिमला में आज दोपहर के समय अचानक हुई बारिश से भी मतदान प्रकिया कुछ समय तक प्रभावित हुई।
कुल 34 वार्डों में पार्षदों की सीटों के लिए मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ था। इस बार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और माकपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलने की संभावना है। हालांकि ये चुनाव पार्टी चिन्हों पर नहीं हो रहे हैं, बावजूद इसके तीनों दलों ने अपने समर्थित प्रत्याशी चुनाव में उतारे हैं और इन दलों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
भाजपा ने वर्ष 2012 के निगम चुनाव में सर्वाधिक 12 सीटें जीतीं थीं जबकि कांग्रेस को 10 और माकपा को 3 सीटें मिली थीं। उस दौरान मेयर व डिप्टी मेयर के लिए सीधा चुनाव हुआ था, जिसमें माकपा प्रत्याशियों ने बडे अंतराल से जीत दर्ज की थी। इस बार इन दोनों पदो का चयन पार्षदों द्वारा किया जाएगा। सर्वाधिक सीटें जीतने वाले दलों केे प्रत्याशी इन पदों पर काबिज होंगे।
निगम चुनावों में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं। इसी साल के अंत में होने वाले हिमाचल विधानसभा चुनावों के मद्देनजर निकाय चुनाव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।