बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : जिला के नम्होल क्षेत्र में पिछले कई दिनों से क्षेत्र की महिलाए शराब के ठेके को बंद करने के लिए सडको पर उतरी थी । महिलाओं ने ठेके के विरोध में जोरदार प्रदर्शन भी किया जिसके बाद इन्हे शराब के ठेकेदार से धमिकयां भी मिली। लेकिन महिलाए धमकियों से नही डरी बल्कि इन्होने अपना विरोध और तेज कर दिया। जिसके बाद योजना आयोग के चेयरमैन ठाकुर राम लाल को शिमला से स्पेशल यहाँ आकर ठेका बंद करवाना पड़ा। गौरतलब है यह ठेका प्रदेश योजना आयोग के चेयरमैन ठाकुर राम लाल की गृह पंचायत घ्याल में खुला था। इस ठेके के खुलने से पहले ही महिलाओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया था और जिला प्रशासन से यहाँ पर शराब का ठेका न खोलने की अपील की थी। जिसके बावजूद शराब का ठेकेदार यहाँ पर ठेका खोलने के लिए पहुँच गया।
शराब के ठेके के लिए किसी भी व्यक्ति ने अपनी जगह उपलब्ध नही करवाई जिसके बाद ठेकेदार ने पीडब्ल्यूडी विभाग की सरकारी जमीन पर ही शराब का ठेका खोल दिया। महिलाओं ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से भी की तथा उक्त जगह की राजस्व विभाग ने निशानदेही की तो पाया कि यह ठेका पीडब्ल्यूडी विभाग की जगह में है जिसके बाद विभाग से भी इस ठेके को वहा से हटाने का आग्रह किया गया। लेकिन विभाग ने इस तरफ कोई ध्यान नही दिया जिसके बाद यहाँ की महिलाओं ने राष्ट्रीय राज मार्ग 205 पर चक्का जाम किया जिसके बाद जिला प्रशासन ने आश्वाशन दिया कि 12 जून तक इस ठेके को यहाँ से हटा दिया जाएगा। आश्वासन मिलने के करीब दो घंटे के बाद राष्ट्रीय राज मार्ग बहाल हुआ। जिला प्रशासन से मिले आश्वासन के बाद भी यह ठेका यहाँ से नही हटा तब एक बार फिर से 13 जून को महिलाओ ने शराब के ठेके को सेल्समेन से बंद करवाया और खुद ठेके के बाहर धरने पर बैठ गई।
शराब के ठेकेदार ने महिलाओं को धमकाना शुरू किया जिससे महिलाए और उग्र हो गई। 14 जून को जब इस उग्र प्रदर्शन की सूचना प्रदेश योजना आयोग के चेयरमैन ठाकुर राम लाल को मिली तो वह फ़ौरन प्रदर्शन कर रही महिलाओ से मिलने पहुंचे। ठाकुर राम लाल नगर निगम के चुनाव प्रचार के लिए शिमला में डटे हुए थे। ठाकुर ने महिलाओं को आश्वाशन दिया कि वह अभी इस ठेके को यहाँ से हटवा देंगे और कल से यह ठेका यहाँ पर नही दिखेगा। महिलाओं ने कहा कि जब तक यह ठेका यहाँ से नही हटता है तब तक वह भी नही हटेंगी। राम लाल ठाकुर के ठेकेदार से बात करने के बाद ठेकेदार ठेके को हटाने के लिए मान गया और कुछ ही देर में ठेका हटा दिया। महिलाओं द्वारा किये गये इस प्रयास की चर्चा पूरे जिले में है और सभी लोग इन महिलाओं के प्रयासों की जमकर सराहना कर रहे है।