मंडी ( वी कुमार ): बहुचर्चित वनरक्षक होशियार सिंह की मौत के मामले में पुलिस को एक नहीं बल्कि दो सुसाइड नोट बरामद हुए हैं, जिसमें से एक मृतक के बैग तो वही दूसरा उसके क्वार्टर से बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में मृतक होशियार सिंह ने उसे मानसिक तौर पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं । पुलिस ने आत्महत्या के के लिए उकसाने के लिए चार स्थानीय आरोपियों को नामजद किया है, इसमें घनश्यामदास, हेतराम, अनिल कुमार व लाभ सिंह शामिल है, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । इसके अलावा वन विभाग डिप्टी रेंजर तेज सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है । आरोपियों को पुलिस ने आज अदालत में पेश किया, जहां से आरोपियों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है । मृतक ने अपने लिखित नोट में लंबित वेतन अपनी दादी को देने का जिक्र किया है इसके इलावा होशियार सिंह ने अपने विस्तृत नोट में यह भी जिक्र किया है कि वेतन से उसके चाचा परशुराम के पैसे भी लौटाया जाए साथ ही मृतक होशियार सिंह ने शिमला में उसके मित्र धीरज कुमार के पैसे भी वेतन से ही वापस लौटाने की बात भी कही है ।
पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 को हटा कर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 के तहत कार्रवाई शुरू की है। वनरक्षक की मौत के बाद समूचे प्रदेश में सनसनी फैल गई थी । मृतक का शव पेड़ से उल्टा लटका पाया गया था। इसके आधार पर पुलिस ने मर्डर का मामला दर्ज किया था लेकिन जाँच में यह बात सामने आई कि वन रक्षक ने सुसाइड किया था ,लेकिन उसे उकसाया गया था।
पुलिस ने इस मामले में मृतक की उल्टी के सह सैंपल भी सुरक्षित किए थे, साथ ही बरामद की गई जहर की बोतल को भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। गौरतलब है कि एमबीएम न्यूज नेटवर्क में शनिवार को ही इस बात का खुलासा कर दिया था कि मामला अब नई दिशा ले सकता है जिसमें हत्या की बजाय आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जा सकता है। उधर मामले की जांच कर रहे सुंदरनगर के डीएसपी संजीव भाटिया ने 5 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
फ़िलहाल यह साफ़ नहीं हुआ है कि जिन चार स्थानीय लोगो को गिरफ्तार किया गया है कि वही लोग इलाके में अवैध कटान को अंजाम दे रहे थे ,साथ ही होशियार सिंह के बार बार यह बात संज्ञान में लाने के बाद अधिकारी चुप्पी साधे हुए थे। एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क को मिली पुख्ता जानकारी के मुताबिक इलाके में बड़े स्तर पर अवैध कटान हो रहा था, शायद इसी बात से परेशान हो कर होशियार सिंह डिप्रेशन में आ गया ।
वही हिरासत में लिए गए महोग खंड के वन खंड अधिकारी(डिप्टी रेंजर) को सस्पैंड कर दिया गया है। उधर, विभाग की ओर से वन अरण्यपाल उपासना पटियाल का कहना है कि कोई भी कर्मचारी अगर गंभीर आरोप में 24 घंटे से अधिक पुलिस हिरासत में रहता है तो उसे विभाग निलंबित कर देता है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त वन खंड अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है।