– पत्रकारों से बातचीत में सरकार पर भी गरजे सिंघा
रिकांगपिओ – वामपंथी विचारधारा से जुडे सीटू के वरिष्ठ नेता राकेश सिंघा ने कडी चेतावनी के लहजे में ‘‘किन्नौर बचाओं संघर्ष समिति’’ के गठन का ऐलान किया है। इसके लिए 13 मई को रूपरेखा तैयार होगी। निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिंघा ने कहा कि किन्नौर को बचाने के लिए प्रजामंडल की तर्ज पर आंदोलन खडा करने की जरूरत है। सिंघा ने कहा कि जेपी के हडताली कर्मचारियों के बैनर तले समिति का गठन होगा। उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक बात है कि जेपी के हडताली मजदूरों के आंदोलन को सरकार द्वारा कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। सिंघा ने कहा कि मई के पहले सप्ताह में प्रदेश भर के सीटू व अन्य संगठनों के नेता जेपी आंदोलन के समर्थन में भूख हडताल करेगें। उन्होंने किन्नौर की भौगोलिक व पर्यावरण को बिगाडने के लिए विद्युत परियोजनाओं को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि किन्नौर को बचाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जनजाति जिला की सडकों पर भी विद्युत परियोजनाओं की ब्लास्टिंग से गहरा असर पडा है। यहीं कारण है कि सडकें धंस रही है। गौरतलब है कि जेपी कर्मियों का आंदोलन वीरवार को 100वें दिन में प्रवेश कर गया था। सिंघा ने कहा कि पहले विद्युत परियोजनाओं की मानिटरिंग की जिम्मेदारी विद्युत बोर्ड के पास थी। लेकिन जेपी को फायदा पहुंचाने के मकसद से इसे विद्युत उर्जा निदेशालय के हवाले कर दिया गया। सिंघा का यह भी आरोप है कि राज्य में काबिज रही हरेक सरकार की सांठ-गांठ जेपी के साथ है।