शिमला (एमबीएम न्यूज़) : केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जाबड़ेकर ने प्रदेश की वीरभद्र सरकार पर केंद्रीय विवि के मामले में जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। शिमला में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाबड़ेकर ने कहा कि पर्यावरण मंत्री रहते उन्होंने विवि के देहरा और धर्मशाला कैंपस की योजना को सिरे चढ़ाने की औपचारिकताएं पूरी कर दी थी और प्रदेश सरकार को इस एवज़ में कैंपस की राशि जमा करवानी थी, लेकिन सरकार ने ये राशि जमा ही नहीं करवाई, जिससे विवि के कैंपस निर्माण में विलंब हुआ है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का दावा किया और कहा कि अब लोग भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहते हैं और भाजपा ने लोगों में एक नई उमीद जगाई है।
मोदी सरकार के 3 सालों के कार्यकाल को बेहतरीन करार देते हुए जाबड़ेकर ने कहा कि लोगों की आशा विश्वास में बदली है। भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन की जबरदस्त पहल हुई है। महंगाई से लोगों को राहत मिली है। तीन साल में भ्रष्टाचार का कोई आरोप सरकार पर नहीं लगा है। मोदी सरकार ने सरकार चलाने की सारी प्रक्रिया ही बदल दी है। कोयला और स्पेक्टरन घोटाले के बाद सारे खनन नीलाम करने का फैसला लिया गया है। नीलामी से 3.25 हज़ार करोड़ प्राप्त हुआ है। इस राशि को जिन जिलों में कोयला निकाला जाता है, में बांटा जाएगा।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने प्रमाण पत्रों को स्वम् प्रमाणित करने को मान्यता प्रदान की है, जिससे छात्र समुदाय खुश है। लालबती समाप्त कर वीआईपी कल्चर खत्म करने की पहल पहली बार हुई है। किसानों के लिए नई योजनाएं लाइ गई है। शिमला के लिए हवाई सेवा शुरू होना भी एक उपलब्धि है। मजदूरों के खाते में शत प्रतिशत राशि सीधे पहुँच रही है और बिचौलिए खत्म हुए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सबका साथ सबका विश्वास की दिशा में देश को आगे ले जा रही है।