जंजैहली (लीलाधर चौहान) : उपमंडल के रावमापा जंजैहली में बीते 20 मई शनिवार को प्रधानाचार्य द्वारा एक दसवीं कक्षा के उशेर सिंह पुत्र नेत्र सिंह गांव पांडवशीला तहसील थुनाग के साथ लात-मुक्को से बेरहमी से की गई। मारपीट मामले में पीडित का पक्ष को जंजैहली पुलिस ने न सुनकर उनके साथ अन्याय किया है।
मामले में पीडि़त के पिता ने शिक्षा उपनिदेशक अशोक शर्मा से फोन पर बातचीत की। पूरा घटनाक्रम बयां किया, जिस पर साहब ने जांच करवाने का आशवासन तक भी दिया है। इसकी ऑडियो क्लिप एमबीएम न्यूज नेटवर्क को उपलब्ध हुई। कुछ अपरिहार्य कारणों से इस ऑडियो क्लिप को पाठकों से साझा नहीं किया जा रहा। इस मामले का लिखित शिकायत पत्र को पीडित पक्ष ने डीएसपी मंडी के व्हाटसएप पर भेजा है जिससे उन्हें न्याय मिलने के आसार नजर आ रहे है।
आखिर कब तक चलेगा जंजैहली पुलिस का राज..
आपको बता दे कि पीडित छात्र व उसके पिता दो बार पुलिस चौकी जंजैहली अपनी लिखित शिकायत लेकर पहुंचे चुके हैं ओर उन्हें निराश होकर ही घर लौटना पडा था। पहली बार 22 मई को पुलिस चौकी जंजैहली के हैंड कांस्टेबल बीरवल ने उन्हें मिस्गाईड करके भेजा था तो दूसरी बार 24 मई को भी इस केस को बीरवल साहब ही देख-रेख में था। साहब ने जंजैहली स्कूल प्रशासन से मिलकर इस मामले को दर्ज नहीं करवाया।
पीडित पक्ष ने बताया कि उनकी लिखित शिकायत के आधार पर साहब ने मामला नहीं सुना और न बच्चे की मेडिकल जांच करवाई। हालांकि बच्चे को प्रधानाचार्य की पिटाई के बाद खून की उल्टी हो रही है व पूरे शरीर में दर्द हो रहा है। पिता ने बताया कि जंजैहली पुलिस ने स्कूल के प्रशासन से मिलीभगती करके उनके मामले पर अनदेखी की और जंजैहली स्कूल के प्रधानाचार्य की गैर मौजूदगी में उनसे कुछ लिखवाया है। मिडिया को फोन पर जानकारी देते हुए पीडित पक्ष ने बताया कि उन्हें स्थानीय स्कूल अध्यापक ने धोखे से मामले को वापिस लेने को कहा और एक कागज पर उनके हस्ताक्षर भी करवाए है।
पीडित छात्र के दादा ने मांगा इंसाफ…
इस मामले के बारे में पीडित छात्र के दादा ने मिडिया को फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि वे अपने पोते के साथ हुई इस बेरहमी भरी पिटाई मामले में स्वयं पुलिस चौकी जंजैहली आज गए हैं और जंजैहली पुलिस से पूछताछ करेंगें कि वे इस मामले को लेकर लापरवाही क्यों कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि अगर जंजैहली पुलिस उनकी बात नहीं मानेगी तो वे जिलाधीश मंडी का दरवाजा भी खटखटाएगें।