नेरचौक (अमीता सेन): श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय मंडी स्थित नेरचौक में इस वर्ष एमबीबीएस प्रथम बैच को बिठाने हेतू बिलकुल तैयार है। यह जानकारी प्रधानाचार्य एवं डीन डाक्टर डीएस धीमान ने पत्रकारवार्ता में कही।
उन्होंने बताया कि मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया की गत माह 28 अप्रैल को हुई कार्यकारी परिषद् बैठक में मेडिकल कॉलेज को अनुमति पत्र देने की सिफारिश की गई है, जितनी कमियां एमसीआई द्वारा निकाली गई थी, उन्हें हटा वर्ष 2017-18 के लिए कक्षाएं बिठाने हेतू तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज नेरचौक में इस वर्ष एमबीबीएस के प्रथम बैच में 100 विद्यार्थी प्रवेश लेंगे।
विदित रहे कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज वर्ष 2009 में शुरू किया गया था। वहीं 2014 में इस कॉलेज भवन का उदघाटन केंद्रीय श्रम मंत्री आस्कर फर्नाडिस व मुख्य मंत्री हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह के कर कमलों द्वारा किया गया था। ईएसआईसी के कार्यकाल में कॉलेज का तीन बार निरिक्षण किया गया, किन्तु औपचारिकतायें पूर्ण न होने के कारण कॉलेज को चलाने की अनुमति नहीं मिल सकी थी।
उपरांत उसके प्रदेश सरकार द्वार कॉलेज को 4 जुलाई 2016 को ईएसआईसी के साथ एमओयू साइन कर अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया गया। एमओयू मुख्य सचिव स्वास्थ्य द्वारा मुख्यमंत्री हिप्र स्वास्थ्य मंत्री हिमाचल प्रदेश तथा ईएसआईसी के अन्य गणमान्य लोगों कि उपस्थिति में क्षेत्रीय प्रबन्धक ईएसआईसी के साथ साइन किया गया।
एलबीएस राजकीय मेडिकल मंडी स्थित नेरचौक में प्रिंसिपल की नियुक्ति अप्रैल 2016 को हुई और एलओपी के लिए आवेदन 6 जुलाई 2016 को किया गया। हिमाचल सरकार द्वारा अपने अधीन लिए जाने के बाद 9 और 10 दिसम्बर 2016 श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कॉलेज का पहली बार निरिक्षण किया गया।
इसके बाद एमसीआई द्वारा पुनः निरिक्षण 25 अप्रैल 2017 को किया गया और मेडिकल कौंसिल की कार्यकारी परिषद् द्वारा 28 अप्रैल 2017 को हुई बैठक में इस कॉलेज के पक्ष में अनुमति प्रदान करने की अनुशंसा की गई, जिसमें अब सैंट्रल जोन के लोगों अधर में लटके पडे इस अस्पताल के शीघ्र ही सुचारू रूप से चलने की उम्मीदें जग उठी हैं।