शिमला (एमबीएम न्यूज): पंजाब के वित मंत्री मनप्रीत बादल ने बीबीएमबी में हिस्सेदारी की हिमाचल प्रदेश की लगातार उठाई जा रही मांग के उचित हल का भरोसा दिया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवाल पर बादल ने कहा कि पंजाब के लोग तंगदिल नहीं है और किसी का हक़ नहीं मारेंगे। हाल ही में हुई इंटर स्टेट की मीटिंग में इस मसले को बातचीत के जरिए सुलझाने की बात दोनों प्रदेश की सरकारों में हुई है और इस मसले का मिलबैठ कर हल निकाला जाएगा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल और पंजाब दो भाई है और बीबीएमबी के 4200 करोड़ का मसले का निश्चित तौर पर हल निकाला जाएगा। एआईसीसी की तरफ से मोदी सरकार के 3 साल के कार्यकाल की विफलताएं बताने पार्टी ऑफिस पहुंचे मनप्रीत बादल ने कहा कि सरकार के 3 साल के कार्यकाल में कोई उपलब्धि नहीं रही। किसानों की आत्महत्या के मामलो में बढ़ोतरी हुई है। रोजाना 35 किसान सुसाइड कर रहें हैं। साल 2014 में 12360, साल 2015 में 12602 और साल 2016 में 14000 किसान सुसाइड कर चुके हैं ।
उन्होंने कहा कि बढ़ते कर्ज का भार किसानों को आत्महत्या के कदम उठाने को मजबूर कर रहा और मोदी सरकार इसका निराकरण करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि देश की आबादी में 62 फीसदी आबादी किसानों की है लेकिन मोदी सरकार इस वर्ग के हितों के लिए गम्भीर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले एमएस स्वामीनारायण कमेटी की रिपोर्ट लागू करने का वादा करने वाले नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद अब अपने वादे से मुकर रहे हैं। उन्होंने कमेटी की रिपोर्ट लागू करने और किसानों का कर्ज जल्द माफ़ करने की मोदी सरकार से मांग की। उनका ये भी आरोप था कि मोदी सरकार ने चन्द पूंजीपति मित्रों को लाभ देने के लिए 1,54000 करोड़ की राशि माफ़ की है। उन्होंने कहा कि 3 साल में कृषि का आयात 60 फीसदी घटा है।