निरीक्षण में खुली पोल, स्कूल प्रशासन ने दी सफाई
उस वक्त स्कूल के मैस में अचानक पहुंची जिस वक्त छात्रों को दिन का भोजन परोसा जा रहा था। इस दौरान पाया गया कि स्कूली छात्रों को घटिया क्वालिटी के कढी-चावल परोसे गए थे। सूत्रों का यह भी कहना है कि एसडीएम ने स्कूल प्रशासन को अव्यवस्था पर जमकर कडी फटकार लगाई। जेएनवी में 6वीं से 12वीं तक 500 के करीब छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है। स्कूल प्रशासन का कहना है कि हर छात्र के भोजन के लिए प्रतिमाह 1200 रूप्यों का बजट उपलब्ध होता है। छात्रों पर हर महीने लगभग 6 लाख रूपये का बजट भोजन के लिए खर्च होता है। लिहाजा सवाल उठता है कि इस बजट में छात्रों को घटिया भोजन क्यों परोसा जा रहा है। सूत्र यह भी बताते है कि एसडीएम ने स्कूल प्रशासन को इस बात को लेकर भी सख्त हिदायत दी है कि स्कूल के भीतर प्रवेश करने वाले मजदूर या किसी अन्य व्यक्ति की पडताल करनी जरूरी है क्योंकि स्कूल में छोटी बच्चियां भी पढ रही है। छात्रों के छात्रावास के असुरक्षित होने को लेकर स्कूल के प्रशासन की अपनी दलील है। प्रधानाचार्य सतिंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने 6 माह पहले कार्यभार संभाला था इस दौरान भवन की मरम्मत के लिए स्कूल के चंडीगढ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के अलावा सीपीडब्लयूडी के शिमला कार्यालय को अवगत करवाया गया है। इसके जवाब में बताया गया कि छात्रावास की रिपेयर नहीं की जा सकती है। उधर एसडीएम ज्योति राणा ने पूछे जाने पर इस बात को स्वीकार किया कि स्कूल में छात्रों को परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता सही नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस निरीक्षण की रिर्पोट डीसी को सौंपी जा रही है।