हमीरपुर ( एमबीएम न्यूज़): डिपो धारकों को जून माह का राशन ऑनलाइन मिलेगा। विभाग के पास पॉस मशीनों की खेप पहुंच गई है। मशीन में परिवार के सदस्यों और राशन का ब्यौरा फीड किया जा रहा है, ताकि कोई भी उपभोक्ता राशन से वंचित न रह सके। जल्द ही जिला के सभी डिपुओं में पॉस मशीनें फिट कर दी जाएंगी। खाद्य आपूर्ति विभाग हमीरपुर में २९५ प्वाइंट ऑफ सेल (पॉस) मशीनें पहुंच गई हैं। विभाग ने उपभोक्ताओं को पहले ही डिजिटल राशनकार्ड जारी कर दिए हैं। इसके चलते उपभोक्ताओं को अगले माह का राशन ऑनलाइन मिलेगा। उपभोक्ता का कार्ड स्वैप होते ही परिवार के सदस्यों और राशन का ब्यौरा मशीन की स्क्रीन पर आ जाएगा। उसके बाद राशन लेने या न लेने की एंट्री हो जाएगी। डिजिटल राशन कार्ड खाद्य आपूर्ति विभाग के सॉफ्टवेयर से जुड़े हैं। जो एक ही परिवार में रहते हैं और राशन कार्ड अलग-अलग बनाए हैं।
मशीन के माध्यम से उन लोगों को राशन उपलब्ध कराए जाने से सारा फर्जीवाड़ा सामने आ जाएगा। इसके लिए सभी डिपुओं को ऑनलाइन किया जा रहा है। डिपुओं में कितना राशन गया और कितना बांटा है, यह सब ऑनलाइन किया जा रहा है। यही नहीं अगर किसी को डिजिटल राशन कार्ड जारी नहीं हुआ है या फिर पॉस मशीन कार्ड नहीं उठाती है, तो भी उपभोक्ता को एक माह का राशन दिया जाएगा। इसके लिए जिला के सभी डिपो सेल्समैन को दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
कैसे मिलेगा राशन…...
उपभोक्ताओं को डिजिटल राशन कार्ड डिपो के सेल्समैन को देना होगा। सेल्समैन कार्ड को मशीन के ऊपर लगे मोनिटर पर स्कैन करेगा। कार्ड स्कैन होते ही पॉस मशीन पर मुखिया का नाम व सदस्यों की लिस्ट शो होगी। परिवार को कितना राशन मिलेगा, इसकी डिटेल भी शो होगी। यही नहीं अगर पॉस मशीन किसी का कार्ड नहीं उठाती है, तो संबंधित उपभोक्ता को पॉस मशीन पर फिंगर प्रिंट देना होगा।
हमीरपुर में 295 पॉस मशीनें पहुंची
जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक धू्रवां देवी का कहना है कि हमीरपुर में 295 मशीनों की खेप पहुंच गई हैं। इनमें डाटा फीड किया जा रहा है, ताकि उन्हें संबंधित डिपुओं में लगाया जा सके। उपभोक्ताओं को अगले माह का राशन डिजिटल राशन कार्ड के जरिए ही मिलेगा।
मशीने आपरेट करने की मिली ट्रेनिंग…..
प्वाइंट ऑफ सेल (पॉस) मशीनों को कैसे ऑपरेट करना है। इसके लिए जिला के सभी सेल्समैन को ट्रेनिंग के जरिए जागरूक किया गया है, ताकि डिजिटल राशन कार्ड पर उपभोक्ताओं को सस्ता राशन मिल सके। इसके बाद भी अगर किसी को मशीन ऑपरेट नहीं करने आ रही है, तो उसे कार्यालय में बुलाकर दोबारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।