रिकांगपिओ (जे एस नेगी) – वर्ष 1987 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षा विभाग भारत सरकार द्वारा जनजातीय क्षेत्र जिला किन्नौर के छात्रों को घर द्वार पर बेहतर शिक्षा मिले इस के लिए रिकांगपिओ में नवोदय स्कूल खोला गया। मगर यह विद्यालय शिलान्यास के करीब 28 वर्षो बाद भी रिकांगपिओ जवाहर नवोदय विद्यालय टीन के शैड में ही चल रहा है। बताते चले की इस स्कूल भवन का शिलान्यास तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह ने किया था। लेकिन भवन निमार्ण के अधूरे कार्य पर न तो मानव संसाधंन विकास मन्त्रालय शिक्षा विभाग न प्रदेश सरकार न जिला प्रशासन सुध ले रही है। ऐसे में इस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र छात्राओं को मूलभूत सुविधाओं व उच्च शिक्षा से वंचित रहना पड रहा है। वर्तमान समय में जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ में लगभग 225 छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे है। जिन्हे इस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने व आवास के लिए टीन के बने शैड में रहना पड रहा है वही टीन से बने शैड में ही शिक्षा ग्रहण करनी पड रही है। गौर रहे कि नवोदय विद्यालय समिति ने हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग कल्पा डिविजन को विद्यालय परिसर निर्माण के लिए करीब तीस करोड रूपये कई वर्ष पहले जमा कर दिया गया था लेकिन शिलान्यास के 28 वर्षों के बाद भी लोक निर्माण विभाग व ठेकेदार के नाकामी के चलते इसका परिणाम विद्यालय के छात्र छात्राओं को उठानी पड रही है। बताते है कि लोक निमार्ण विभाग ठकेदार के प्रति नरम रूख का नतीजा भी है कि आज विद्यालय में बच्चों के रहने केे लिए आवासीय कमी होने से इस का सीधा असर जनजातीय क्षेत्रों के छात्रो पर पड रहा है। जिस कारण केवल चल्लीस छात्र छात्राओं को ही छठी कक्षा में लिया जा रहा है जबकि हर वर्ष चाल्लीस छात्र व चाल्लीस छात्राओं को लेने का प्रावधान है। भवन नही होने से जनजातीय क्षेत्रो के छात्रों को बेहतर शिक्षा से वचिंत होना पड रहा है।
क्या कहते है विद्यालय के प्रिसीप्रल
प्रिसीप्रल ऐके श्रीवास्तव ने कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ में आवासीय सुविधा की कमी होने के कारण अस्सी छात्र छात्राओं के स्थान पर केवल चाल्लीस छात्र छात्राओं को ही लिया जा रहा है । विद्यालय 28 वर्षों के बाद भी टीन के बने शैड में चल रहा हैं।