सोलन (एमबीएम न्यूज) : श्रीरामलोक मंदिर परिसर में गत दिनों हुई हिंसक झड़प प्रकरण में गिरफ्तार सभी सातों आरोपियों को अदालत दो दिन के रिमांड पर भेजा है। बुधवार को पुलिस ने सभी आरोपियों को सोलन की अदालत में पेश किया। अदालत ने ग्राम पंचायत तुंदल के प्र्रधान प्रवीण, उपप्रधान योगेश शर्मा व भाजपा महामंत्री लोकेश्वर शर्मा सहित सातों आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। हालांकि अब इस हाईप्रोफाइल मामले की जांच राज्य सीआईडी द्वारा की जा रही हैं।
गौर रहे कि 26 अप्रैल, 2017 को उपमंडल कंडाघाट की ग्राम पंचायत तुंदल के रूड़ा गांव स्थित रामलोक मंदिर परिसर में बाबा व स्थानीय लोगों के बीच किसी बात को लेकर खूनी संघर्ष हो गया था। इस हिंसक झड़प में ओलझो निवासी एक महिला बुरी तरह से जख्मी हो गई थी। रामलोक मंदिर के बाबा पर महिला का आरोप है कि बाबा ने तेज धारदार हथियार से उस पर जानलेवा हमला किया है। इस हमले में महिला की बाजू तथा पीठ पर गहरे घाव बन आए थे। इस हमले के बाद स्थानीय ग्रामीण भडक़ गए और उन्होंने बाबा की धुनाई कर डाली।
मामले में कंडाघाट पुलिस ने गाँव वालों और बाबा के बीच क्रॉस एफआईआर दर्ज की,जिसमें कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। जिसमें स्थानीय पंचायत तुंदल के प्रधान प्रवीण कुमार प्रधान, उपप्रधान योगेश शर्मा, देवदत्त, रामचंद्र ठाकुर व लोकेश्वर शर्मा,मदन शर्मा, दयाल शर्मा, विनय शर्मा, शांति देवी, अजय व प्रेम सिंह निवासी रूड़ा गांव के नाम शामिल है। इनमें से 8 आरोपियों ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी थी। गत मंगलवार को अदालत ने 7 आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
जबकि जमानत अर्जी देने वाले राजेश ठाकुर का नाम एफआईआर में न होने के चलते अदालत ने उसे जमानत दे दी। अदालत द्वारा सात लोगों की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज करने के बाद पुलिस ने मंगलवार की सुबह उन्हें कोर्ट परिसर से ही गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार हुए लोगों में तुंदल पंचायत प्रधान प्रवीण कुमार,उपप्रधान योगेश शर्मा, लोकेश्वर शर्मा,रामचंद्र ठाकुर,देवदत्त,मदन शर्मा व विनय शर्मा शामिल है। बुधवार को पुलिस ने सभी सातों आरोपियों को सोलन की अदालत में पेश किया,जहां से अदालत ने उन्हें दो दिन के रिमांड पर भेजा है।
इस घटनाक्रम के उपरांत उपमंडल कंडाघाट में करीब डेढ़ दर्जन पंचायतों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हिसंक झड़प में घायल हुई महिला क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में उपचाराधीन है। जबकि बाबा को आईजीएमसी शिमला में वीवीआईपी अंडर ट्रीटमेंट रखा गया है। बाबा के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाही न होने के कारण ग्रामीणों के बीच भारी रोष है। ग्रामीण दो बार सोलन में विरोध रैली निकाल कर रामलोक मंदिर के बाबा के विरूद्ध कड़ी कार्रवाही की मांग कर चुके हैं।
ग्रामीण अभी भी मांग कर रहे है कि महिला पर जानलेवा हमला करने वाले रामलोक मंदिर के बाबा के विरुद्ध कड़ी कार्रवाही की जाए तथा उसे यहां से बाहर निकाला जाए। ग्रामीणों का आरोप है कि बाबा की ऊंची पहुँच होने के कारण पुलिस उस पर कार्रवाई करने से परहेज कर रही है अब पुलिस द्वारा सात लोगों की गिरफ्तारी किए जाने के बाद मामले ने तुल पकड़ लिया है। कंड़ाघाट उपमंडल की दर्जनों महिलाएं मामले को लेकर उपायुक्त सोलन से मिली और न्याय की गुहार लगाई। हालांकि आने वाले दिनों में क्षेत्र के लोगों के उग्र होने से इंकार नहीं किया जा सकता।