धर्मशाला (एमबीएम न्यूज़) : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने में असफल रहे हैं। धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्यपाल के पास दो महत्वपूर्ण बिल लंबित पड़े हैं व काफी देर से उन पर कोई भी निर्णय नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अनुबंध पर रखे गए कर्मचारियों को पंजाब की तर्ज पर चुनाव से पहले नियमित करना प्रदेश सरकार के विचाराधीन नहीं है।
कुल्लू के भुंतर पहुंचने पर सीएम।उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लिए पंजाब रोल मॉडल नहीं है व हिमाचल प्रदेश सरकार कोई भी निर्णय अपने ही स्तर पर लेने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में शीतकालीन विधानसभा सत्र 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक केवल पांच दिनों के लिए ही होगा। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि इस पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र को बढ़ाया जाना विचाराधीन नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री आईडी धीमान की मृत्यु के उपरांत भोरंज विधानसभा क्षेत्र के लिए यदि उपचुनाव होता है तो कांग्रेस प्रत्याशी भारी मतों के अंतर से विजयी होगा।
उन्होंने भाजपा द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ तैयार की जा रही चार्जशीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा नेता स्वयं ही बैकफायर के विस्फोट से उड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा तैयार की जा रही चार्जशीट से वे कतई नहीं डरते हैं और प्रदेश सरकार का पूरा कामकाज पारदर्शिता से हो रहा है।
गत विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस द्वारा धर्मशाला में उच्च न्यायालय के सर्किट बैंच की स्थापना को लेकर किए गए चुनावी घोषणा को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि धर्मशाला में उच्च न्यायालय के सर्किट बैंच की स्थापना को लेकर उच्च न्यायालय द्वारा ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने नोटबंदी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरे देश में एटीएम से दो हजार रुपए के नोट वितरित नहीं हो रहे हैं, क्योंकि इन नोट का साईज छोटा है।
उन्होंने कहा कि एटीएम मशीनों को बदलने की प्रक्रिया में काफी खर्चा भी होगा व समय भी बर्बाद होगा। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार द्वारा ब्लैक मनी को समाप्त करने के लिए नोटबंदी का निर्णय लिया होता तो वे इस निर्णय का स्वागत करते, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा यह निर्णय बिना तैयारी व अफरा-तफरी में लिया गया है और इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।