हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक शर्मा ने अपने पद से त्याग पत्र देने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पर धोखे की राजनीति करने के आरोप लगाएं है। उन्होंने हमीरपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि शिमला में युग कांड के मामले पर आईपीएच विभाग सबसे बड़ा दोषी है। नैतिकता के आधार पर आईपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स को भी त्याग पत्र देना चाहिए क्योंकि कांग्रेस नैतिक जिम्मेवारी लेने के लिए पुराने समय से कायम है। एक बार रेल दुर्घटना पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री ने भी त्याग पत्र दिया था। इसमें नैतिक जिम्मेवारी का परिचय देना कांग्रेस का मूल आधार रहा है।
उन्होंने कहा कि शिमला आईपीएच विभाग में लगे उन तमाम अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर देना चाहिए जिनके अधिकार क्षेत्र में 16 करोड़ रूपए की राशि टैंक सफाई के लिए खर्च की गई है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस अध्यक्ष उन्हें 6 माह पहले पद से हटाने की मीडिया पर चर्चा कर रहे हे। लेकिन अध्यक्ष बताएं कि 6 माह पहले उन्हें पद से हटाने का पत्र क्यों जारी नहीं हुआ। उल्टा इस दौरान हुए हर कार्यक्रम में अध्यक्ष ने उन्हें पप्रवक्ता के नाम पर जनता के सामने कई बार पुकारा है। जिनका उनके पास रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जुगाड़ों की राजनीति करते है। पीठ पीछे से वार करना उनकी आदत है। यही कारण है कि कई बार वह चुनावी बेला में भाजपा की गोदी में भी बैठे है।
उन्होंने कहा कि धोखे से पार्टी सत्ता में नहीं आ सकती अत: प्रदेशाध्यक्ष के ब्यान से वह आहत हुए है। वह अपने तमाम पार्टी के जिम्मेवार पदो से अपना इस्तीफा दे चुके है। जब तक कांग्रेस संगठन में सुखविंद्र सिंह सुक्खू अध्यक्ष रहेेंगे तब तक वह किसी भी पद पर कांग्रेस में आसीन नहीं होगे। उन्होंने कहा कि वह पार्टी में एक सच्चे कार्यकर्ता की तौर पर कार्य करेंगे।