शिमला (एमबीएम न्यूज): सीपीआई(एम) की राज्य समिति के सचिव डॉ. ओंकार ने एसपी से पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।उनके मुताबिक 8 जुलाई को सुबह साढ़े 10 बजे पूर्व विधायक व सीटू नेता राकेश सिंघा व उनके साथी संजू नेगी को पुलिस अधिकारी ट्रक में लादकर ले गए। पुलिस के आलाधिकारी के निर्देश पर पूर्व विधायक को साधुपुल की तरफ ले गए।
यह बात उस समय सामने आई, जब पूर्व विधायक शांतिपूर्ण तरीके से सचिवालय के बाहर अपने साथियों के साथ शोंगटोंग हड़ताल के समर्थन में धरना दे रहे थे। सनद रहे कि पूर्व विधायक दो जुलाई से धरने पर बैठे हैं। इस दौरान सिंघा ने दर्द की बात भी कही। पूर्व विधायक को अस्पताल में उपचार दिलाने की बजाय साधुपुल के नजदीक ले जाकर छोड़ दिया गया। उस वक्त पूर्व विधायक अचेत थे। इसके बाद संजू नेगी पूर्व विधायक को आयुर्वैदिक डॉक्टर के पास लेकर गए।
डॉ. ओंकार के मुताबिक मौके से पुलिस टीम चंपत हो गई। उनके मुताबिक वह बार-बार पूर्व विधायक के फोन पर संपर्क करने की कोशिश करते रहे, लेकिन संपर्क नहीं हुआ। इसी बीच संजू ने फोन पिक कर उन्हें पूरी बात बताई। इसके बाद आईजी से संपर्क हुआ। डॉ. ओंकार के मुताबिक मामला आईजी के संज्ञान में लाए जाने के बाद पुलिस टीम 8 जुलाई दोपहर अढ़ाई बजे के आसपास वापिस पहुंची। 3:40 बजे एंबूलेंस ने पूर्व विधायक को लिफ्ट किया।
शाम को आईजीएमसी में अचेत अवस्था में पहुंचे पूर्व विधायक की जांच के बाद डॉक्टरों ने हाई ब्लड प्रैशर होने की बात कही। डॉ. ओंकार के मुताबिक पुलिस के इस अमानवीय व्यवहार पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज होना चाहिए। साथ ही पूर्व विधायक को अवैध तरीके से अपने कब्जे में रखने का मामला अलग से बनना चाहिए।