धर्मशाला (एमबीएम न्यूज): टी-टवेंटी विश्वकप के धर्मशाला में 19 मार्च को भारत-पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित क्रिकेट मैच को लेकर सियासत पूरी तरह गर्माई हुई है। अहम बात यह है कि एक तरफ भाजपा के युवा सांसद अनुराग ठाकुर इस मैच के सूत्रधार हैं तो दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री व शांता कुमार इस मैच के पक्षधर नहीं हैं। ऐसे में स्वाभाविक सी बात है कि भाजपा के दो सांसदों के बीच ही खटास पनप गई है।
राज्य सरकार पहले ही कह चुकी है कि क्रिकेट एसोसिएशन को अपनी जिम्मेदारी पर ही मैच करवाना होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार तो इस मसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दरबार में भी पहुंच चुके हैं। शांता ने प्रधानमंत्री से मैच को रद्द करवाने की मांग कर डाली है। बकायदा प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दलील दी है कि स्टेडियम से चंद दूरी पर शहीद स्मारक है, जहां पाकिस्तान का झंडा फहराने से शहीदों का अपमान होगा।
उल्लेखनीय है कि शहीदों के परिवार 18 से 20 मार्च तक भूख हड़ताल की चेतावनी भी दे चुके हैं। सांसद शांता कुमार ने अपनी भावनाओं को बकायदा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भी साझा किया था। युवा सांसद अनुराग ठाकुर की इस मामले में अपने तर्क हैं। वह तर्क दे चुके हैं कि मैच के कारण प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय पटल पर होगा, टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।
अब तक इस मैच के विरोध की हैडलाइन बन रही थी, लेकिन शनिवार को धर्मशाला का व्यापार मंडल मैच के समर्थन में खड़ा हुआ है। अब देखना यह है कि भविष्य में इस मैच का विरोध-समर्थन राज्य की सियासत पर क्या असर डालता है।