नाम : सोमदत्त।
उम्र : 39 वर्ष।
गांव : राजगढ़ का बथाऊधार।
कद : 5 फुट 3 इंच
नाहन (एसजे चौहान): इस शख्स को कुदरत ने कुछ खास ही इनायतें बख्शी हैं। 20 फुट ऊंचाई से कूदता है तो हर कोई आश्चर्यचकित हो जाता है। बचपन से आज तक एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर इस तरह छलांग लगाता है तो टारजन फिल्म का हीरो जहन में आ जाता है। स्किंग के साथ-साथ पैराग्लाइडिंग में भी माहिर है। साहसिक खेलों के एडवांस कोर्स की ट्रेनिंग ले चुका है। हर किसी को हाल ही में वर्ल्ड पैराग्लाइडिंग स्पर्धा याद होगी, जो कांगडा के बीड़ बीलिंग में आयोजित हुई थी। इसमें भी सोमदत्त रेस्क्यू टीम का हिस्सा बना था।
हाल ही में सोमदत्त कुछ पर्यटकों के साथ चूड़धार की तरफ ट्रैकिंग पर निकला था, जहां उसने नारायणटोला से जब जंप किया तो हर किसी ने दांतों तले उंगली दबा ली। उसकी तस्वीरें भी कैमरों में कैद हुई। साधारण परिवार में जन्मे सोमदत्त का कहना है कि बचपन से ही लचीला शरीर होने के कारण वह कई साहसिक कारनामे कर लेते थे। कई बार पेड़ों की जंपिंग की शिकायतें स्कूल व घर में पहुंचती थी।
जब उनसे एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने सवाल पूछा कि ऊंची जंप के बाद वह कैसे अपने को सुरक्षित लैंड करवाते हैं तो उनका जवाब था कि सांस को अंदर की तरफ खींचना होता है, जिससे शरीर हल्का हो जाता है। सुरक्षित लैंडिंग के बाद सांस छोड़ी जा सकती है। महज 5 फुट 3 इंच के सोमदत्त ने साहसिक कार्यों को ही अपना पेशा चुना है। बर्फबारी के बाद वह मनाली की तरफ का रुख कर लेते हैं। उनका कहना है कि बर्फ पड़ी होने की सूरत में ओर अधिक ऊंचाई से भी जंप किया जा सकता है क्योंकि मामूली चूक होने पर सुरक्षित बचने की संभावना रहती है।
सनद रहे कि सोमदत्त सिरमौर जिला के प्रथम स्कियर हैं, जो खुद भी स्किंग के ट्रेंड इंस्ट्रक्टर भी हैं। सोमदत्त के मुताबिक शरीर का संतुलन बनाकर ऊंची जगह से कूदने को ऑफ टर्न जंप भी कहा जा सकता है। यह भी दीगर है कि सोमदत्त चूड़धार से बथाऊधार तक तकरीबन 10 किलोमीटर की स्किंग करने का रिकॉर्ड भी बना चुके हैं। सोमदत्त ने तमाम पाठकों से इस बात की भी अपील की है कि कोई भी स्टंट करने की कोशिश न करें जब तक उन्हें इसका पूरा ज्ञान न हो। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि सोमदत्त रियल लाइफ के टारजन हैं।