रिकांगपिओ, 29 अक्तूबर : कोरोना काल मे भी जनजातीय जिला किन्नौर की एक बुजुर्ग महिला ने अपना 101 वां जन्म दिन मना कर आम लोगों को स्वस्थ रहने का मूलमंत्र दिया है।
हम बात कर रहे है, किन्नौर के सांगला गांव की 101 वर्षीय बुजुर्ग महिला भगवान पति की। जिन का जन्म 24 अक्टूबर 1919 को हुआ। महिला के शतकवीर बनने पर उन के निकट परिजनों व रिश्तेदारों ने गांव में ही सत्संग का कार्यक्रम आयोजित कर हर्षोल्लास के साथ उनका जन्म दिन मनाया। इस दौरान केक भी काटा गया। अपने दाम्पत्य जीवन के दौरान उन्होंने 12 बच्चों को भी जन्म दिया। सभी बच्चों को अच्छी परवरिश देने के साथ- साथ उच्च शिक्षा भी प्रदान करवाई।
खास बात यह है कि भगवान पति आज तक न तो कभी बीमार हुई है और न ही उन्होंने कभी कोई दवाई ली। पूरी तरह शाकाहारी भगवान पति बीते 60 सालों से सत्संग के कार्यक्रमो में बढ़ चढ़ कर भाग लेती आ रही है। भगवान पति बताती है कि अपने शतकीय जीवन के शुरुआती 80 सालों तक अपने हाथो से उगाए फसलों व सब्जियों पर ही शत-प्रतिशत सपरिवार निर्भर रही। सिर्फ चावल ही खरीद कर खास त्योहारों में ही बनाया जाता था। उन्होंने अपने व्यंजनों में हमेशा ऑर्गनिक चीजों को ही प्राथमिकता दी है।
आज भी भगवान पति अपने घर परिवार के सदस्यों के साथ इकठ्ठे बैठ कर भोजन करती है। चलने फिरने में भी उन्हें किसी के सहारे की जरूरत नही पड़ती। इस उम्र में भी आंखों से अच्छी तरह देख पाती हैं। भगवान पति की यादाश्त को देख, उन के परिजन व रिश्तेदार हमेशा हैरान रह जाते है।