शिमला : मानसून की बारिश ने पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा रखा है। विभिन्न इलाकों में बारिश व भूस्खलन की वजह से जानमाल का भारी नुकसान हो रहा है। चैनपाल उपमंडल के नेरवा इलाके के केदी गांव में नाले को पार करते समय दो बच्चे बह गए। नेपाली मूल के दोनों बच्चे सगे भाई थे। पुलिस ने इनके शव बरामद कर लिए हैं। इनकी शिनाख्त लेखराज (9) पुत्र प्रेम बहादुर और विशाल (6) पुत्र प्रेम बहादुर के रूप में हुई है।
चौपाल के डीएसपी संतोष शर्मा ने बताया कि ये दोनों सोमवार दिन में 11 बजे शकराना नाला पार कर गए थे। नाला पूरे उफान पर था और दोनों पानी के तेज बहाव में बह गए। घटना के बाद बच्चों की तलाश में बचाव अभियान चलाया गया। लेकिन इन्हें नहीं बचाया जा सका। दोनों बच्चों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि नेरवा के दियालड़ी नाले में आज आई बाढ़ से चार गाड़ियां बह गईं। जबकि पिछले कल नेरवा की शालवी खड़ड में आई बाढ़ में 10 गाड़ियां बह गई थी। हालांकि इन दोनों घटनाओं में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है।
बीते दो-तीन दिनों में भूस्खलन से प्रदेश में 25 लोगों की मौत हो गई है। लोकनिर्माण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर में तीन नेशनल हाईवे सहित 1088 सड़कें भूस्खलन की वजह से सोमवार को बाधित रहीं। सबसे अधिक 459 सड़कें शिमला जोन में अवरूद्व हैं। इसी तरह मंडी जोन में 344, कांगड़ा जोन में 191 और हमीरपुर जोन 91 सड़कें आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद हैं।
लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी 855 जेसीबी, डोजर और टिप्पर की मदद से बंद सड़कों को बहाल करने में जुटे हैं। मानसून सीजन में भारी बरसात से सड़कों को 386 करोड़ का नुकसान पहुंचा है।