नाहन: नौहराधार तहसील के कुफर कायरा(टोन्डा) के बीपीएल व्यक्ति से दबंगई कर बगैर दिहाड़ी के ही मजदूरी करवाने का मामला सामने आया है। इस बाबत जिलाधीश को पीड़ित ने 2 पन्नों की शिकायत सौंपी है। अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाला दिलाराम बुधवार को एमबीएम न्यूज नेटवर्क के कार्यालय पहुंचा। अगर दिलाराम के आरोपों को सही माना जाए, तो मामला बेहद ही गंभीर है।
बीपीएल परिवार से ताल्लुक रखने वाले दिलाराम का कहना था कि उसे टोंडा पंचायत के रहने वाले जगमोहन ठाकुर ने 12 साल तक मजदूर बना कर रखा और इसके बदले मेहनताना तक नहीं दिया गया। जब हद हो गई तो वह गांव से भाग आया है। यही नहीं दिलाराम ने यह भी कहा कि वह पिछले एक सप्ताह से घर नहीं गया है। उसे डर है कि उस पर हमला किया जा सकता है। दिलाराम का यह भी आरोप है कि अगर उसे कहीं जाना होता है तो इसके बदले उसे अपनी पत्नी या परिवार के किसी सदस्य को काम पर भेजना होता है।
आरोप जूते, डंडे व थप्पड़ मारने का भी है। हालांकि आरोपों की सच्चाई जांच के बाद ही सामने आ सकती है, लेकिन मामला बेहद ही संगीन हैं। दिलाराम की मानें तो जगमोहन ठाकुर के घर पर तमाम कार्य वही करता है। इसके बदले उसे कोई भी राशि नहीं दी जाती। उसका कहना है कि जो रकम उसे मिली भी है। उसे भी बार-बार बकाया में रखा जाता है। दिलाराम का यह भी कहना है कि उसका परिवार ससुराल में रह रहा है।
उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क में जब आरोपों में घिरे जगमोहन ठाकुर से संपर्क किया तो उनका कहना था कि व्यक्ति द्वारा झूठ बोला जा रहा है। इस मामले में कोई लेन-देन नहीं है। उन्होंने यह माना कि वह इनके घर काम करने आता है। लेकिन इसके बदले उसको मेहनताना भी मिलता है। जगमोहन ठाकुर का यह भी कहना था कि उसकी पत्नी पिछले कुछ समय से बीमार है,उसका उपचार आईजीएमसी शिमला से चल रहा है। वह खुद भी बीमार हैं।