एमबीएम न्यूज़/रेणुका जी/नाहन
“काश, ढ़ाई महीने की मासूम कह पाती तो कहती….पहली बार जांबाज पिता की गोदी में चढ़ कर करूंगी अठखेलियां “
शुक्रवार को श्री रेणुका जी के समीपवर्ती गांव के भवन में एक भावुकता भरा दृश्य नजर आया। बेटे के इंतजार में बाट जोह रही मां की आंखों में आंसू थे, तो पत्नी की गोदी में नन्ही बेटी। नन्ही परी पहली बार ब्लैक कैट कमांडो पिता की गोद में अठखेलियां करना चाहती थी। हालांकि ब्लैक कैट कमांडो बनकर विवेक ठाकुर पहले ही परिवार को गौरवान्वित कर चुके थे। लेकिन इस बार घर आना एक खास मायने से जुड़ा हुआ था। क्योंकि सब इंस्पेक्टर के रैंक पर पहुंच चुका बेटा विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के बाद पहली बार घर पहुंचा था।
22 अप्रैल को जन्मी बेटी अब करीब अढाई महीने की हो चुकी है। पिता ने पहली बार बेटी का दीदार किया। उल्लेखनीय है कि उन पर्वतारोहियों में बडोन के विवेक ठाकुर भी शामिल थे, जिन्हें माउंट एवरेस्ट को फतह करने का टास्क दिया था। सब इंस्पेक्टर विवेक ठाकुर ने इस चुनौती के बावजूद इसके स्वीकार किया कि घर पर पत्नी गर्भवती भी है। 19 मई को चढ़ाई शुरू करने से पहले पूरी टीम लगभग 1 महीने पहले बेस कैंप पहुंच चुकी थी।
22 मई की सुबह वह सुनहरे पल लगभग 5:30 बजे के आस-पास आए। जब एनएसजी कमांडो विवेक ठाकुर ने अपनी टीम के साथ एवरेस्ट को फतह कर लिया। करीब 1 सप्ताह बाद दिल्ली तो पहुंच गए। लेकिन छुट्टी नहीं मिली। माउंट एवरेस्ट फतह करने से पहले विवेक को घर पर बेटी के जन्म की सूचना सेटेलाइट फोन के माध्यम से मिल गई थी। शहर के नवोदय स्कूल में पढ़े विवेक ने एवरेस्ट पर भी अपनी बेटी को स्नेह दिया साथ ही स्कूल को भी याद किया।
उल्लेखनीय है कि नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के 17 सदस्यीय टीम को गृह मंत्रालय द्वारा माउंट एवरेस्ट की चोटी फतह करने का टास्क दिया गया था। कमांडो विवेक ठाकुर ने बचपन से ही मुश्किलों का सामना किया। छोटी सी उम्र में पिता गुमान सिंह के निधन के बाद विवेक पर कई चुनौतियां आ गई थी। नाहन कॉलेज से बीएससी उत्तीर्ण करने के बाद 22 साल की उम्र में विवेक सीआईएसएफ में सब इंस्पेक्टर बन गए थे। पत्नी प्रियंका ठाकुर ने भी विवेक का हर कदम पर साथ दिया।
शुक्रवार को जब विवेक घर पहुंचा तो मां यशोदा देवी ने आरती उतार कर बेटे का स्वागत किया। पत्नी ने उनकी गोद में नन्ही परी डाली। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि देश की कई नामी हस्तियों को जन्म देने वाले सिरमौर में विवेक ठाकुर पहली शख्सियत है, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट को फतह किया है या नहीं।
उधर घर पहुंचने पर बडोन व उनके परिवार के लोगों ने विवेक ठाकुर का जोरदार स्वागत किया। वहीं नवयुवक मंडल व महिला मंडल ने फूल-मालाओं से विवेक को लाद दिया। नवयुवक मंडल प्रधान निकुंज ठाकुर महिला मंडल की प्रधान मीरा देवी, नवदुर्गा आईटीआई के निदेशक इंद्र प्रकाश गोयल सहित काफी संख्या में लोग विवेक के घर पर मौजूद थे।