नाहन (एमबीएम न्यूज) : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शनिवार को भारी बारिश के बीच जिला सिरमौर के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान 21.20 करोड़ रुपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों की आधारशिला रखी और लगभग 15.15 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया।
उन्होंने नाहन के नजदीक बनोग महाविद्यालय के 20.38 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले भवन की आधारशिला, कठरोन खड्ड के लिए 81 लाख रुपए की बाढ़ प्रबंधन परियोजना की आधारशिला रखने के अलावा पावंटा साहिब के समीप 12 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित राजकीय बहु तकनीकी संस्थान रामपुर बंजारन के भवन तथा कोलर में जलमुसा नाले पर 3.57 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित पुल का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास परियोजनाओं विशेष तौर पर शिक्षा और स्वास्थ्य संस्थानों के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित करने के कार्य में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि सरकार इन संस्थानों के निर्माण पर काफी धनराशि खर्च करती है। रामपुर बंजारन बहुतकनीकी संस्थान के निर्माण कार्य की लागत पुल निर्माण तथा इस भवन को बाढ़ से बचाने के लिए क्रेटवॉल के निर्माण के चलते काफी बढ़ गई है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि रामपुर-भारापुर में ईएसआईसी अस्पताल के स्थान पर राज्य सरकार सर्व-सुविधा संपन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करेगी। उन्होंने ग्राम पंचायत रामपुर-भारापुर के घुनघलोन-1 में प्राथमिक स्कूल खोलने, प्राथमिक पाठशाला मेहरार माजरी को स्तरोन्नत कर माध्यमिक पाठशाला का दर्जा देने तथा ग्राम पंचायत पदूनी की माध्यमिक पाठशाला परदूनी को स्तरोन्नत कर उच्च पाठशाला का दर्जा देने की घोषणा की।
उन्होंने रामपुर बंजारन में मुस्लिम समुदाय के लिए अंतिम संस्कार हेतु भूमि उपलब्ध करवाने व दोइयांवाला-घूनघलोन-1 से खेड़ी गांव को जोडऩे वाली संपर्क सडक़ का प्राकलन तैयार करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए। मुख्यमंत्री ने पावंटा-क्यारड-दून घाटी को रेणुका क्षेत्र से जोडऩे वाले सुंक्रोन नाला पुल के निर्माण कार्य में तेजी लाने और इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने रामपुर-भारापुर में एक बोरवैल और एक ओवरहैड टैंक के निर्माण की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने सुंकर खड्ड और इसकी सहायक नदियों के शेष हिस्से के चैनेलाइजेशन की संभावनाएं तलाशने के निर्देश भी संबंधित विभाग को दिए, ताकि आसपास की जनता को बाढ़ की त्रासदी से बचाया जा सके।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार सभी क्षेत्रों में असफल साबित हुई है और देश की जनता से किए वायदे पूरे करने में नाकाम रही है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कई गुणा बढ़ोतरी से आम आदमी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। दालों की कीमतें 100 रुपए से 140 रुपए के मध्य पहुंच चुकी है और पैट्रोल, डीजल तथा अन्य जरूरी वस्तुओं के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। ऐसे में अच्छे दिनों की अपेक्षा कैसे की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण अधिनियम में बदलाव कर केंद्र सरकार इसे आम आदमी के बजाए बड़े व्यावसायिक घरानों के हितों को ध्यान में रखकर तैयार कर रही है। इस अवसर पर परिवहन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री जीएस बाली ने भी अपने विचार रखे।
हिमफैड के अध्यक्ष अजय बहादुर और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय सोलंकी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उनसे यमुना और बाता तथा उनकी सहायक नदियों के चैनेलाइजेशन के अलावा क्षेत्र में विभिन्न स्कूलों के स्तरोन्नयन और अन्य स्थानीय मांगों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने का आग्रह किया।