मंडी, 14 सितंबर : एचआरटीसी से सेवानिवृत हुए हजारों पेंशनधारकों को बीते दो माह से पेंशन नहीं मिल पाई है, जिससे एचआरटीसी के सेवानिवृत कर्मचारियों में भारी रोष है। जिसके चलते आगामी 15 सितंबर को एचआरटीसी पेंशनर्स कल्याण संगठन के द्वारा प्रदेश स्तरीय विशाल धरना-प्रदर्शन और रैली कर सरकार के खिलाफ रोष जताया जाएगा। यह जानकारी सोमवार को मंडी में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए एचआरटीसी के पेंशनर कल्याण संगठन के जिला और प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने दी।
इस मौके पर एचआरटीसी पेंशनर कल्याण संगठन के प्रदेश सदस्य अनूप कपूर ने बताया कि एचआरटीसी के पेंशनरों को पेश आने वाली दिक्कत सिर्फ मौजूदा सरकार में ही नहीं बल्कि कई दशकों से सरकार एचआरटीसी के पेंशनरों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रहीं हैं।
अनूप ने कहा कि जहां सेवानिवृति को एक उत्सव के रूप में मनाने के बजाए आज रिटायर होने वाला कर्मचारी पहले दिन से ही पैसों की एक-एक पाई का मोहताज हो जाता है। इसके बाद सभी प्रकार के लिए भत्तों, पेंशन आदि के लिए कोर्ट के चक्कर काटने पड़ते हैं।
वहीं इस मौके पर एचआरटीसी पेंशनर कल्याण संगठन जिला अध्यक्ष ने कहा कि पेंशनर सरकार के रवैये से पूरी तरह से नाखुश है। जिसके चलते संगठन ने मंडी में प्रदेश स्तर का धरना-प्रदर्शन और आक्रोश रैली करने का मन बनाया है। उन्होंनें बताया कि इस आक्रोश रैली में प्रदेश भर के पेंशनर भाग लेंगे और अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने प्रदेश की सरकार पर अपने वादे से मुकरने का आरोप भी लगाया।
संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष व जिला अध्यक्ष ब्रिज लाल धीमान ने बताया कि यदि फिर भी प्रदेश सरकार और एचआरटीसी प्रबंधन ने पेंशनरों की मांगों को नहीं मांगा तो आने वाले समय में प्रदेश की मौजूदा जयराम सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी। पत्रकार वार्ता के दौरान पेंशनर कल्याण संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रोशन लाल, उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा, प्रेस सचिव इंद्रजीत शर्मा, केडी अवस्थी, चंद्र सिंह, चमन लाल शर्मा एवं पवन कुमार भी मौजूद रहे।