पांवटा साहिब, 13 सितंबर : हाल ही में सरकार ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाने के सौ फीसदी लक्ष्य हासिल करने को लेकर खूब वाहवाही लूटी। अब सरकार दावा कर रही है कि जल्द ही दूसरी डोज में भी हिमाचल को देश में सर्वोच्च बनाया जाएगा। मगर सोमवार को पांवटा साहिब में फार्मा कंपनी में काम करने वाले मुकेश शर्मा के साथ जो हुआ, उससे तो यही लगता है कि धरातल की सच्चाई कुछ ओर ही है।
मुकेश ने बेहद ही न्यायसंगत सवाल उठाया है। इसके मुताबिक जब सोमवार दोपहर साढ़े 3 से 4ः30 बजे तक का दूसरी डोज के लिए स्लाॅट बुक किया था तो वैक्सीन कैसे खत्म हो गई। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को तमाम दस्तावेज भेजते हुए मुकेश ने कहा कि दूसरी डोज के लिए स्लिप भी मिल गई थी। वो कंपनी से छुट्टी लेकर तारूवाला में ज्ञानचंद धर्मशाला के समीप वैक्सीनेशन केंद्र में पहुंचे। लेकिन वहां पर कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। जब आसपास पता किया तो बताया गया कि वैक्सीन खत्म होने की वजह से कर्मचारी चले गए हैं।
मुकेश ने कहा कि वैक्सीन तो वो दोबारा लगवा लेंगे, लेकिन वो पूछना चाहते हैं कि स्लाॅट बुकिंग के बावजूद वैक्सीन कैसे खत्म हो गई। शर्मा ने कहा कि वो इस मामले पर कानूनी राय भी ले रहे हैं, ताकि भविष्य में किसी के साथ ऐसा न हो। उन्होंने कहा कि न केवल उनकी एक दिन की छुट्टी बर्बाद हुई बल्कि भारी परेशानी का भी सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही हालात हैं तो ऑनलाइन बुकिंग का क्या औचित्य है।
उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में सिरमौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सजीव सहगल ने कहा कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। वो पड़ताल करने के बाद ही ये बता सकते हैं कि वैक्सीन न लगने की वजह क्या थी। उन्होंने इस बात पर खेद प्रकट किया कि वैक्सीन लगवाने आए युवक को परेशानी का सामना करना पड़ा।