हमीरपुर, 10 सितम्बर : जहां आजकल आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं, उन्हें न कोई पूछने वाला है न ही उन्हें कोई चारा देने वाला। ऐसे में जिला हमीरपुर के गांव गुवारडू के युवाओं ने एक अनोखी मिसाल पेश की है, जो कि उन लोगों के लिए एक उदाहरण है जो अपने पशु सड़कों पर छोड़ देते हैं।
गुवारडू पंचायत के गांव कसवाड के युवाओं मिसाल जख्मी हालत में मिली गाय की 2 महीने तक सेवा करने पर जब स्वस्थ नहीं हो पाई। कुछ दिन बाद मृत्यु होने पर सभी युवाओं ने मिलकर दफ़नाया दिया। युवाओं ने बताया कि 2 महीने पहले किसी ने इस गाय को छोड़ दिया था जो कि खड्ड के रास्ते से सडक से होते हुए गांव में आ गई थी। गांव मे कहीं से गिरकर इसकी पीछे की टांगे थी वह टूट गई थी। गाय चलने की हालात में नहीं थी उसका 2 महीने तक युवाओं ने डॉक्टर से इलाज करवाया पर वे जीवित नहीं रह पाई। सकी मृत्यु हो गई सभी युवाओं ने मिलकर दफ़नाया।
युवाओं ने सरकार से अपील की है जो भी ऐसे पशुओं को आवारा छोड़ देते हैं उनके ऊपर कठिन से कठिन कार्रवाई की जाए ताकि लोग इस तरह का साहस न करें। युवाओं सरकार से अपील की है कि सरकार द्वारा आवारा पशुओं की सहायता के लिए कोई ना कोई ऐसी स्कीमें या कोई ऐसी संस्था जरूर यहां पर खोली चाहिए, जिससे जो आवारा पशु है या घायल अवस्था में सड़क के किनारे पड़े रहते हैं।
उनका सही तरीके से इलाज किया जा सके उनको एक आशियाना मिल सके।