शिमला, 29 जुलाई: हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश से जान-माल के नुकसान का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में राज्य में पांच लोगों की जान गई, वहीं सात लापता हैं। बिलासपुर, चंबा, कुल्लू, शिमला और सिरमौर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। कुल्लू में चार और लाहौल-स्पीति में तीन लोग लापता हो गए।
राज्य आपदा प्रबंधन सैल के मुताबिक बारिश की वजह से राज्य भर में 83 घरों को नुकसान पहुंचा है। इनमें चार मकान तबाह हो गए। कांगड़ा में दो और चंबा व मंडी में एक-एक मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुई है। जबकि 79 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची। इसके अलावा 35 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई वहीं आठ मवेशी मारे गए।
राज्य में बारिश के कारण हुए भूस्खलन से राज्य में 94 सड़कें अवरूद्व हैं। कुल्लू में 30, लाहौल-स्पीति में 24, शिमला में 12, सिरमौर में छह, सोलन में पांच, किन्नौर में चार, चंबा में तीन और सोलन व कांगड़ा में एक-एक सड़क बाधित है। इसके अतिरिक्त 91 ट्रांसफार्मरों के बंद रहने से कई क्षेत्रों में लोगों को बिजली किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। बरसात की वजह से पानी की 71 स्कीमें भी बाधित हुई हैं।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में आगामी दो अगस्त तक राज्य में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है। मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में व्यापक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में चार अगस्त तक मौसम के मिजाज खराब रहेंगे। बीते 24 घंटों के दौरान घुमरूर में सर्वाधिक 101 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इसके अलावा उना में 83, नैना देवी में 76, नादौन में 67, अंब में 61, गुलेर में 56, देहरा गोपीपुर में 54, बलद्वारा में 52, सुजानपुर टीहरा में 51, कसौली में 41, मैहरे में 38, नगरोटा सूरियां में 29, बंगाणा व गग्गल में 27, शिमला में 26, बंजार व तिंदर में 25, धर्मशाला व खेरी में 23 मिमी बारिश हुई है।