हमीरपुर, 22 मार्च : राष्ट्रीय स्तरीय होली मेला इस वर्ष नहीं मनाया जाएगा। यह मेला इस वर्ष कोरोना की भेंट चढ़ गया है। सरकार द्वारा कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते इस वर्ष इस राष्ट्र स्तरीय आयोजन को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। सरकार के निर्णय से होली के साथ-साथ अन्य मेले भी प्रभावित होंगे।
महाराजा संसार चंद द्वारा शुरू किया गया था मेला… सुजानपुर के कलाप्रेमी महाराजा संसार चंद द्वारा शुरू किया गया यह मेला हर वर्ष मनाया जाता था। महाराजा संसार चंद के समय में इसका आयोजन उनके द्वारा करवाया जाता था। महाराजा संसार चंद जोकि बेहतरीन कला प्रेमी थे, द्वारा इसे बृज की तर्ज पर मनाया जाने लगा। वह अपनी प्रजा के साथ रंगों का त्योहार मनाते समय इतना घुलमिल जाते थे यह भी भूल जाते थे कि वह एक रियासत के राजा हैं। बाद में स्थानीय स्तर पर मेले का आयोजन किया जाने लगा।
कुछ वर्ष पूर्व सरकार द्वारा इसे राज्य स्तर का दर्जा दिया गया। बाद में मेले के महत्व को देखते हुए इसका दर्जा बढ़ाकर राष्ट्र स्तर का किया गया। तब से यह मेला भव्य रूप से सुजानपुर के मेला ग्राउंड चौगान में हर वर्ष मनाया जाने लगा। मेला में रात्रि कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता था, जिसने की पंजाबी और बॉलीवुड के सितारे भी अपनी परफॉर्मेंस देते थे। स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला दिखाने का मौका मिलता था।
प्रशासन द्वारा की जा रही थी एक माह से तैयारियां… मेले पर संशय के बादल लंबे समय से मंडरा रहे थे। कुछ स्थानीय व्यापारियों द्वारा मेले के आयोजन को न होने के लिए प्रशासन को ज्ञापन भी दिया गया था। प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर आयोजन की तैयारियां की जा रही थी। चौगान में लगने वाले झूलों की बोली हो चुकी थी, जबकि पार्किंग और सफाई व्यवस्था का ठेका भी दिया जा चुका था।
चौगान में लगने वाली दुकानों के लिए पार्किंग की जा चुकी थी। मेले में सजने वाली दुकानों और ग्राउंड में लगने वाले डोम की बोली शेष थी। इसके अलावा रात्रि कार्यक्रमों के आयोजन में भाग लेने वाले कलाकारों की ऑडिशन का कार्य भी हमीरपुर में जारी था, जिसमें की रोजाना स्थानीय कलाकार अपना ऑडिशन दे रहे थे।
बीते साल होली के दौरान ही शुरू हुआ था कोरोना… बीते साल होली मेला के दौरान कोरोना का प्रकोप बढ़ना शुरू हुआ था। तथा केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया गया था। जिसके चलते होली मेला को जल्द समेटने के आदेश दिए गए थे। इस वर्ष मार्च महीने में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते सरकार द्वारा इसके बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए कड़े निर्णय लिए गए हैं।
सरकार द्वारा इस वर्ष होली मेला नहीं आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। झूलों की बोली के लिए ली गई एडवांस मनी भी वापस कर दी जाएगी। किसी तरह का भी आयोजन नहीं होगा।