शिमला : हिमाचल प्रदेश सरकार एमबीबीएस की तर्ज पर राज्य में डैंटल डाॅक्टरों के पद भरेगी। इससे बेरोजगारी का सामना कर रहे बीडीएस डाॅक्टरों को राहत मिलेगी। मुख्यमत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार के पास बीडीएस चिकित्सकों के 230 अतिरिक्त पद सृजित करने का मामला विचाराधीन है। कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्ख के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने सदन को अवगत करवाया कि प्रदेश में अभी तक कुल 2819 बीडीएस डॉक्टरों का डेंटल काउंसिल ऑफ हिमाचल प्रदेश के पास पंजीकरण हुआ है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर साल सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेजों से 355 बीडीएस डॉक्टर पास होकर निकलते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बीडीएस चिकित्सकों के 342 पद सृजित हैं, जिसमें से मात्र 13 ही पद रिक्त हैं। आज बीडीएस डॉक्टरों को रोजगार देने की आवश्यकता महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों में 31 जनवरी 2020 तक 375 बीडीएस चिकित्सक डेंटर काउंसिल ऑफ हिमाचल प्रदेश के पास पंजीकृत हुए तथा इस अवधि के दौरान 25 बीडीएस चिकित्सकों को सरकारी संस्थानों पर रोजगार मिला। भाजपा विधायक राजीव बिंदल ने सुझाव दिया कि बीडीएस चिकित्सकों के लिए मेडिकल कॉलेजों में एक साल का प्रशासनिक सेवा का कोर्स शुरू किया जाए। इससे इन चिकित्सकों को प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस पर मुख्यमंत्री ने विचार करने का आश्वासन दिया।
Latest
- शिमला : तहबाजारी यूनियन ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
- डायरिया के बढ़ते प्रकोप से हरकत में आया प्रशासन, खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ने लिए सैंपल
- चोरी करता युवक पकड़े जाने पर व्यक्ति पर हमला कर हुआ फरार
- वीरभद्र का बेटा हूं, घी सीधी उंगली से न निकले तो उंगली टेढ़ी करना भी जानता हूं
- सोलन : गहने व नकदी चोरी के मामले में युवक काबू, CCTV ने निभाया अहम रोल