रेणु कश्यप/नाहन
कुछ करने का जज्बा हो, सोच हटकर हो तो जीवन में मनचाहा मुकाम हासिल किया जा सकता है। राजगढ़ उपमंडल के काथली भरण में 24 साल का युवक पारिवारिक कारणों से जमा दो तक ही पढ़ाई कर पाया। फिर सोच हटकर बनाने की कोशिश की। महज तीन साल में आलम यह है कि 27 साल का विजेंद्र ठाकुर स्ट्रॉबेरी की पौध तैयार करने में वैज्ञानिकों को भी मात दे रहा है। देहरादून हाईवे पर स्ट्रॉबेरी की खेती पर्यटकों को खूब भाती है। लेकिन इस बात को बहुत ही कम लोग जानते हैं कि स्ट्रॉबेरी की पौध विजेंद्र ठाकुर तैयार करता है।
विजेंद्र ठाकुर अपने स्ट्रॉबेरी के खेतों में
रोचक बात यह है कि कोरियर व प्लेन से भी प्लांटस की सप्लाई को आर्डर मिलने के बाद पूरा किया जा सकता है। दिल के आकार का यह फल अपने में ही इतना आकर्षक होता है कि बच्चों सहित बड़ों की भी खाने को लेकर लार टपकती है। तीन साल पहले विजेंद्र ने काथलीभरण में स्ट्रॉबेरी की प्लांटेशन शुरू की थी। अब साल भर में 6 से 8 लाख रुपए के पौधे बेचकर अपना जीवन यापन तो कर ही लेते हैं, लेकिन उन सैंकड़ों किसानों की आर्थिकी मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते हैं, जो स्ट्रॉबेरी का उत्पादन करते हैं।
प्लांटेशन सितंबर से दिसंबर महीनों में की जाती है। मार्च के महीने में तुड़ान का वक्त आ जाता है। अब विजेंद्र को स्ट्रॉबेरी उत्पादन में इतनी महारत हासिल हो चुकी है कि वो किसानों को उत्पादन से जुड़ी हर जानकारी मुहैया करवा सकते हैं।
स्ट्रॉबेरी की पौध
क्या कहते हैं विजेंद्र ठाकुर….
स्ट्रॉबेरी की पौध तैयार करने में माहिर जमा दो तक पढ़े विजेंद्र ठाकुर ने इस क्षेत्र में अनुभव के आधार पर पीएचडी कर ली है। उनका कहना है कि घरों में भी गमलों में उत्पादन किया जा सकता है। उनका कहना है कि वो देश में अधिकृत दो डीलर्स के माध्यम से कैलिफोर्निया से मदर प्लांट को आयात करते हैं। इसके बाद पौधे तैयार करने में 6-7 महीने का वक्त लगता है। उन्होंने बताया कि अब पौध को तैयार करने का कार्य शिमला के जुन्गा में भी शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि स्ट्रॉबेरी में कई विटामिन व लवण मौजूद रहते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन-ए व के मुख्य हैं। इससे रूप निखारने व चेहरे पर कील-मुहांसों, आंखों की रोशनी की चमक के साथ दांतों को मजबूती प्रदान करने के गुण मौजूद हैं। उनका कहना है कि कई राज्यों में स्ट्रॉबेरी उत्पादन पर अनुदान भी मिलता है, जिसमें प्लास्टिक मलचिंग व ड्रिप सिंचाई आदि शामिल रहता है।
विजेंद्र को व्हाटसएप नंबर 89883-47077 के अलावा मोबाइल नंबर 98056-83636 पर संपर्क किया जा सकता है।
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