एमबीएम न्यूज़ / शिमला
राजधानी में एक हफते बाद फिर मूसलाधार बारिश हुई। बीते 3 जुलाई को हुई व्यापक बारिश ने 13 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। सोमवार की रात्रि भी यहां जमकर मेघ बरसे। मध्यरात्रि के करीब शुरू हुआ बारिश का दौर अलसुबह तक चला। मौसम विभाग के मुताबिक शिमला में 60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो कि पूरे प्रदेश में सर्वाधिक है। रात को हुई इस भारी बारिश के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। बारिश के चलते बैम्लोई और समरहिल में विशालकाय पेड़ धराशायी हो गए।
गनीमत यह रही कि दोनों घटनाओं में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। पहली घटना बैम्लोई में सीपीडब्यूडी कॉलानी में पेश आई, जहां भारी बारिश से पेड़ एक रिहायशी भवन पर जा गिरा। इससे भवन का उपरी हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और इस मंजिल पर रह रहे परिवार ने भाग कर जान बचाई। इसी तरह समरहिल इलाके में आईटीआई के पास पेड़ वहां से गुजर रही बिजली की तारों पर गिर गया।
पेड़ गिरने से तारें टूट गईं और इलाके में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। राहत की बात यह रही कि मंगलवार दिन भर राजधानी में मौसम साफ बना रहा। मौसम विभाग ने 11, 12 व 13 जूलाई को फिर से शिमला सहित राज्य के अन्य क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है। इससे पहले बीते 3 जुलाई को हुई व्यापक बारिश से शिमला में भारी नुकसान पहुंचा था और जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आई थीं।
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