एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष रविंद्र सिंह डोगरा ने कहा कि आज उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि शहीद कैप्टन कर्म सिंह 1971 सिक्ख लाईट इन्फैन्ट्री के स्मारक का काम पुरा कर दिया है। डोगरा ने कहा कि शहीद कैप्टन कर्म सिंह ने भारत पाक युद्ध दिसंबर 1971 के दौरान अमृतसर में अपनी बटालियन का तब नेतृत्व किया। जब कंपनी कमांडर दुशमन कि गोली से घायल हो गए।
सैकिंड इन कमांड कर्म सिंह ने कंपनी को आगे बढाया और उन्होंने पोस्ट पर फतेह हासिल कर ली। परंतु उन्हें भी एक गोली बाजू में लग चुकी थी फिर भी कंपनी को पोस्ट पर तैनात कर कर्म सिंह हर मोर्चे को खुद चैक करने लगे। लेकिन जैसे ही कर्म सिंह पलाटून के अंतिम मोर्चे को चैक करने लगे तो कुछ छुपे हुए पाकिस्तानी सैनिकों ने उन पर सामने से गोलियों कि बौछार कर दी। जिससे उनका सीना छलनी हो गया और वह वीरगति को प्राप्त हो गए।
जिसके पश्चात तत्कालीन राष्ट्रपति वीपी गिरी ने उन्हें वीरता पुरस्कार मरणोपरांत दिया। विशेष नामोल्लेख भारत के राजपत्र में किया। डोगरा ने बताया इसके इलावा तत्कालीन सीटीजन सैंटर कौंसिल कि अध्यक्षा भारत कि प्रधानमंत्री स्व. इदिरा गांधी और थलसेना प्रमुख जरनल मानेक शाह ने भी शहीद कैप्टन कर्म सिंह कि शहादत को सलाम करते हुए प्रशंसा पत्र परिवार को संवेदना के साथ भेजा था।
वहीं शहीद स्मारक के बारे में बताते हुए डोगरा ने कहा कि शहीद के परिवार से उनके छोटे भाई बली राम ने विगत पंद्रह सालों से बहुत कोशिश की पर स्मारक के लिए कंही से उन्हें कोई मदद नहीं मिली। लेकिन चार जून वर्ष 2016 को वह उनके कार्यालय आए। शहीद स्मारक के अनुदान के लिए प्रशासन से हमने 40 हजार रूपए कि पहली किस्त 22 जून 2016 को जारी करवा ली।
परंतु पंचायत के ढुलमुल रवैये के कारण काम देर से शुरू हुआ तथा पैसे खत्म हो गए। उसके बाद वर्ष 2017 में फिर परिवार के आग्रह पर डीसी से 35 हजार अनुदान चुनावों से पहले दिलवा दिया था। परंतु काम चुनावों के बाद 2018 में हुआ।
इस बार भी पैसे खत्म हो गए और डीसी से थोड़ी मदद का आग्रह किया गया था। परंतु अनुदान प्राप्त होने से पहले ही शहीद परिवार ने थोड़ा पैसा खुद लगा कर स्मारक तैयार करवा लिया है।