शिमला (एमबीएम न्यूज़): हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आला नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को नोटबंदी के कदम की निंदा करते हुए और आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) की स्वायतत्ता खत्म करने में केंद्र की भूमिका के विरोध में नारे लगाते हुए राजधानी के कुसुंपटी कस्बे में आरबीआई कार्यालय का घेराव किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरबीआई की शक्तियां छीनने को लेकर भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया और नोटबंदी को देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने वाला बताया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा, सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स, डा. कर्नल धनी राम शांडिल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरबीआई कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला और आरबीआई के अधिकारी के माध्यम से भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर को ज्ञापन सौंपा। पार्टी नेताओं के प्रदर्शन से ढली-टूटीकण्डी बाईपास पर वाहनों की आवाजाही बाधित हुई और एक घंटे तक सड़क जाम रही।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि नोटबंदी का फैसला बिना सोचे समझें और जल्दवाजी में देश की जनता पर थोपा गया है, जिसमे आरबीआई संस्था की स्वायत्ता को भी खत्म किया गया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद हिमाचल प्रदेश में कई जहग में भाजपा ने पार्टी के नाम पर करोडों रूपये की जमीने खरीदी हैं।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के चलते 120 से अधिक निर्दोष नागरिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। मोदी सरकार बताए कि नोटबंदी के चलते लोगों पर आई मुसीबतों तथा इन दर्दनाक मौतों का जिम्मेदार कौन है? आरबीआई और मोदी सरकार को इन परिवारों तथा पूरे देश से मॉफी मांगनी चाहिए एवं मृत लोगों के परिवारों को मुआवजा भी देना चाहिए।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा ने कहा कि नोटबंदी का फायदा मात्र भाजपा के चुनिदां लोगों को फयादा पंहुचान तथा अमरिकी मुद्रा डॉलर की किमत को बढाना था, नोटबंदी से आम लोगो को कोई भी फायदा नही हुआ है।