शिमला ( एमबीएम न्यूज़ ) : 2 6 जनवरी, 2017 को नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर हिमाचल प्रदेश की झांकी प्रदर्शित की जाएगी।
2013 में प्रदर्शित हिमाचल की झांकी (http://www.mystateinfo.com/)
गणतंत्र समारोह में प्रदेश की झांकी तीन साल बाद प्रदर्शित हो रही है। इस वर्ष हिमाचल प्रदेश की झांकी में राज्य की अद्भुत पारम्परिक हस्तकला चम्बा रूमाल को प्रस्तुत किया जा रहा है।
झांकी के अग्रभाग में चम्बा रूमाल पर कसीदाकारी करती एक महिला की सुन्दर प्रतिमा दिखाई गई है, जबकि मध्य भाग में कृष्ण व राधा को गोपियों के साथ रासलीला नृत्य करते हुए दर्शाया गया है। इसी भाग में चम्बा की महिलाएं रूमाल पर कसीदा करते हुए भी दिखाई गई है।
चम्बा रूमाल हस्तकला 18वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में हिमाचल प्रदेश के चम्बा में विकसित हुई पहाड़ी कला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस पारम्परिक लोक कला में रेशमी धागे से बुने साटन के कपड़े पर दोहरे टांकों (दो-रूखा) से दोनों तरफ एक समान कढ़ाई की जाती है।
चम्बा रूमाल पर सामन्यता, रास लीला, अष्ट नायिका तथा प्राचीन पौराणिक गाथाओं व दृश्यों को उकेरा जाता है। चम्बा रूमाल के संरक्षण के लिए इसे ‘‘बौद्धिक सम्पदा अधिकार समझौता 2007’’ के तहत पंजीकृत किया गया है।
चम्बा रुमाल
कला भाषा एवं संस्कृति विभाग की निदेशक शशी ठाकुर, जो प्रस्तुति के अनुश्रवण के लिए इन दिनों नई दिल्ली में है, ने बताया कि 29 तथा 30 जनवरी, 2017 को ‘भारत पर्व’ पर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सिरमौर ज़िला का सांस्कृतिक दल भी भाग ले रहा है।
उन्होंने कहा कि कला, भाषा, संस्कृति विभाग की सचिव अनुराधा ठाकुर के अथक प्रयासों की बदौलत राष्ट्रीय स्तरीय गणतंत्र दिवस के अवसर पर हिमाचल प्रदेश की झांकी का प्रदर्शन सुनिश्चित हो पाया है, जो हिमाचल प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।