देहरादून , 20 जुलाई: कोरोना संकट बीच उत्तराखंड से एक बुरी खबर सामने आई है। लेह-लद्दाख सीमा(Leh-Ladakh border) पर गोरखा रेजीमेंट(Gorkha Regiment) में तैनात 24 वर्षीय जवान करन देव(Karan Dev) उर्फ देव बहादुर वीरगति को प्राप्त हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पूरे उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। सेना द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कारगिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास जवान ने गलती से एक पुराने अस्पष्टीकृत विस्फोटक उपकरण पर कदम रखा, जिस कारण उसमें विस्फोट हुआ और जवान शहीद हो गया। बता दें कि 24वर्षीय करन देव गोरखा रेजीमेंट में तैनात था। किच्छा के गौरीकलां क्षेत्र का रहने वाला करन देव भारतीय सेना में वर्ष 2016 में भर्ती हुआ था।
उधर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत(Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat) ने सीमा पर उमंग सिंह नगर जिले के किच्छा निवासी करन देव उर्फ देव बहादुर की शहादत पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि ईश्वर परिवार को धैर्य प्रदान करें। सरकार परिजनों के साथ हमेशा खड़ी रहेगी। वहीं शहीद होने की खबर मिलते ही क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला भी जवान के परिजनों को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंचे और परिवार के दुखों में शरीक हुए।
बता दें कि देश पहले से ही कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है। देश के लगभग सभी कोनों में महामारी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। ऐसे में शहीद जवान करन देव के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जिस उम्र में माता-पिता व परिवार बेटे की विवाह व पारिवारिक जीवन के बारे में सोच रहे होंगे ऐसे में उन्हें इसके विपरीत बेटे शहीद होने की खबर मिल गई है। देश का प्रत्येक नागरिक शहीद जवान करन देव को सलाम कर रहा है।