नई दिल्ली, 19 मार्च : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि उसने 555.65 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड मामले में इंडियन टेक्नोमेटल कंपनी लिमिटेड और उसके निदेशकों राकेश कुमार शर्मा और विनय कुमार शर्मा से जुड़े परिसरों की तलाशी ली है। सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी की टीमों ने कंपनी और उसके निदेशकों के परिसरों की तलाशी ली। ये परिसर हिमाचल प्रदेश में हैं और तलाशी के दौरान यहां से कई संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर टेक्नोमेटल कंपनी लिमिटेड और उसके निदेशकों और कुछ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ अन्य लोक सेवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अपनी शिकायत में बैंक ने आरोप लगाया था कि कंपनी ने अपने निदेशकों के जरिए दूसरों के साथ मिलकर एक षड्यंत्र रचा और कॉर्पोरेशन बैंक (अब यूनियन बैंक), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (अब भारतीय स्टेट बैंक), पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक, सिंडिकेट बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, करूर व्यास्या बैंक और जेएम फाइनेंशियल एआरसी के बैंकों के संघ के साथ धोखाधड़ी की।
निदेशकों ने गलत बयानी, झूठे तथ्यों और दस्तावेजों को आधार बनाकर, साथ ही जरूरी सूचनाओं को छिपाकर ये धोखाधड़ी की, जिससे बैंकों के संघ को 555.65 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।