नीना गौतम/कुल्लू
भारतीय महिला हैंडबॉल टीम में हिमाचल की चार बेटियों का चयन हुआ है। जिसमें तीन बेटियां प्रियंका, निधि, दिक्षा बिलासपुर जिला से संबंध रखतीं हैं। एक बेटी खिला देवी कुल्लू के दुर्गम ग्राम जैणी ( बंजार) से संबंध रखती है। खिला देवी वर्ष 2010 से जिला स्तर, राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैंडबॉल खेलती आ रही है।
खिला देवी ने 7 सीनियर नेशनल, 3 जूनियर नेशनल, 5 आल इंटर यूनिवर्सिटी खेल चुकी है। जिसमे 1 गोल्ड मेडल, 2 ब्रॉन्ज़ मेडल, 2 सिल्वर मेडल जीत चुकी है। इसके पश्चात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्ल्ड युनिवर्सिटी चैंपियनशिप 2016, मालगा स्पेन में भारतीय महिला हैंडबाल टीम से खेल चुकी है। वर्ष 2018 में हैंडबॉल फेडरेशन कप में तीसरा स्थान ग्रहण किया है।
खिला देवी को अपनी जमा दो की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद चंडीगढ़ जाना पड़ा, जहां पर उसकी पढ़ाई व खेल का पूरा खर्चा पंजाब सरकार द्वारा किया गया। वर्तमान समय में खिला एसएसबी( हेडक्वाटर्र) उतर प्रदेश में नौकरी कर रही हैैै तथा साथ मे खेल का प्रशिक्षण भी जारी है। खिला देवी का कहना है कि हिमाचल प्रदेश सरकार को अच्छे खिलाडियों के लिए पूरा सहयोग देना चाहिए ताकि किसी भी होनहार खिलाड़ी को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
कुल्लू जिला की इस बेटी का चयन अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल टीम में दूसरी बार चयन हुआ है। पिछले 2 महिनों से पूरे भारत वर्ष की 32 हैंडबॉल खिलाडियों का पंजाब समाणा में ट्रायल चल रहा था। जिसमें 24 लड़कियों को पहले महिने के ट्रायल में चयनित किया गया। 24 में से 16 लड़कियों को 18वीं एशियन गेम्स जकार्ता (इन्डोनेशिया) के लिए चयनियत किया गया है।
जिसमें ये चार बेटियां हिमाचल की ही चयनित हुई हैं। खिला देवी ने अपनी सारी उपलब्धियों का श्रेय अपने माता-पिता, जिला स्तर के कोच मोहित मेहता, हिमाचल राज्य स्तर कोच स्नेह लता, पंजाब कोच नरेन्द्र सिंह व रविन्द्र सिंह तथा एसएसबी कोच अवतार सिंह को दिया है।