एमबीएम न्यूज/नाहन
राजगढ़ उपमंडल में राजकीय उच्च पाठशाला धरोटी में दसवीं कक्षा के छात्र शुभम पुत्र अरुण कुमार का कद 6 फुट 3 इंच है। शिक्षकों की कोशिश से एक जून 2004 को डिब्बर गांव में जन्मा शुभम अब वॉलीबाल के अंतरराष्ट्रीय पटल पर चमकने को बेताब है। इसमें मतियाना स्पोर्टस हॉस्टल में दाखिला मिलने से उम्मीदों को पंख भी लगे हैं। वॉलीबाल में दाखिले के लिए एकमात्र सीट थी।
25 स्टुडेंटस ट्रायल को पहुंचे थे, लेकिन बाजी सिरमौर के दूरदराज क्षेत्र के साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले शुभम के हाथ लगी। अंतरराष्ट्रीय जगत में रेसलिंग के रिंग में खलबली मचाने वाले द ग्रेट खली के कद से शुभम महज 8 से10 इंच पीछे है। दसवीं कक्षा के छात्र शुभम के स्पोर्टस हॉस्टल में चयन से स्कूल के शिक्षकों समेत गैर शिक्षक स्टाफ में खुशी की लहर है, क्योंकि जमींदार के बेटे शुभम को जीवन में एक नया मुकाम हासिल करने की राह मिल गई है।
सामान्य तौर पर अंडर-19 के लिए वॉलीबाल के नेट की ऊंचाई 2.43 मीटर होती है, जो करीब 7 फुट 11 इंच रहती है। यानि वॉलीबाल को शुभम अपनी ऊंचाई का फायदा उठाते हुए बखूबी कंट्रोल कर सकता है। स्कूल के हैड मास्टर श्याम सिंह ने स्पोर्टस हॉस्टल में चयन पर शुभम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि शुभम बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखता है। वॉलीबाल के प्रति उसकी काफी रूचि भी है।
उधर विद्यालय के शारीरिक शिक्षक पुष्पेंद्र ठाकुर ने बताया कि शुभम की इस कामयाबी में मुख्याध्यापक के अलावा तमाम शिक्षकों का बड़ा योगदान है। गौरतलब है कि पहले भी इस स्कूल के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं।