सुंदरनगर (नितेश सैनी): 18 पुराणों के रचयिता ऋषि ब्यास के पुत्र शुकदेव मुनि की तपोस्थली सुकेत सुंदरनगर का सात दिवसीय ऐतिहासिक परम्परागत राज्य स्तरीय नलवाड़ मेला मंगलवार आरम्भ हो गया। मेले का विधिवत शुभारंभ मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ठाकुर ने नगौण खड्ड में बैलों की पूजा-अर्चना, खूंटी गाडक़र व जवाहर पार्क में ध्वजारोहण कर किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि सात दिवसीय नलवाड़ मेला सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण अंग है । 500 वर्ष पूर्व सुकेत रियासत के राजाओं द्वारा इस मेले को प्रारंभ किया गया था, जिसकी पारम्परिक पहचान आज भी कायम है।
उन्होंने कहा कि इस मेले में मंडी जिला के अलावा प्रदेश सहित बाहरी राज्यों के लोगों द्वारा बैलों की खरीद-फरोख्त भारी मात्रा में की जाती हैं । उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकतर लोगों का व्यवसाय अभी भी कृषि, पशु पालन व बागवानी पर निर्भर है, जिसमें पशुओं का अलग से योगदान रहता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में खेती में आधुनिक तकनीकों का प्रयोग हो रहा है तथा खेती के लिए मैदानी क्षेत्रों में ट्रैक्टरों का प्रयोग किया जा रहा है, परन्तु प्रदेश की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि प्रदेश तथा मंडी जिला के अधिकतर क्षेत्रों में बैलों से ही अभी भी सर्वाधिक खेती की जाती है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष भी इस मेले में बैलों की रिकार्ड खरीद-फरोख्त की गई थी।
सुन्दरनगर विधान सभा क्षेत्र में विकास की चर्चा करते हुए सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि वर्तमान सरकार के तीन वर्षो के कार्यकाल क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आगामी वित्त वर्ष के बजट में किसानों व बागवानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाओं को क्रियान्वित करने का प्रावधान किया है। किसानों के लिए खेत-संरक्षण योजना चलाई जाएगी, जिसके तहत जंगली-जानवरों व आवारा पशुओं को रोकने के उद्देश्य से बाड़बंदी के लिए अनुदान देने का प्रावधान किया गया है।
इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास निगम के अध्यक्ष टेक चंद डोगरा ने कहा कि मेले हमारी समृद्घ संस्कृति के धरोहर है और इनके आयोजनों से लोगों को आपस में मिलने-जुलने का अवसर मिलता है। उपमंडलाधिकारी (ना) एवं अध्यक्ष, नलवाड़ मेला कमेटी सुन्दरनगर राजीव कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और सात दिवसीय नलवाड़ मेले में आयोजित किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों, खेल गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी ।