मंडी, 14 मार्च : अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में प्रशासन ने शानदार पहल की है। हर कोई इस मानवीय पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहा है।
वैश्विक महामारी के दौरान एक ऐसा वक्त भी था, जब इसके खौफ के कारण लोग आपस में बात करने तक से कतराते थे। ऐसे समय में कुछ योद्धा ऐसे भी थे, जो बेखौफ होकर अपना दायित्व निभाने में मामूली सा भी संकोच नहीं करते थे। नेरचौक मेडिकल काॅलेज में कोरोना मृतकों के दाह संस्कार करवाने वाले 6 विशिष्ट योद्धाओं को आज प्रशासन ने तीसरी सांस्कृतिक संध्या में बतौर मुख्यातिथि आमंत्रित किया था।
हालांकि कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करने की खबरें बड़े स्तर पर पहले भी आती रही है, मगर इस तरह की पहल नहीं हुई थी। इन कोरोना योद्धाओं में बल्ह तहसील के विकास पुत्र राम लाल व बीरी सिंह पुत्र भगत राम के अलावा सदर तहसील के रोशन लाल पुत्र राजू राम व महेंद्र सिंह पुत्र श्याम लाल शामिल थे।
बल्ह तहसील से ही महेंद्र सिंह पुत्र श्याम लाल को भी अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा थुनाग के चमन लाल पुत्र तुला राम भी विशिष्ट कोरोना योद्धा के तौर पर मौजूद रहे।
योद्धाओं ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वो दौर काफी मुश्किल भरा था। हर कोई बात तक करने से कतराता था। ऐसे में कोरोना मृतकों का दाह संस्कार करवाने को लेकर भी कोई आसानी से तैयार नहीं होता था। मगर वो अपने दायित्व को निभाने का प्रयास करते रहे। गौरतलब है कि वैश्विक महामारी के शुरूआती समय में दाह संस्कार की जिम्मेदारी निभाना तो दूर की बात थी, हर कोई संक्रमित के नजदीक जाने की बात सपने में भी नहीं सोचता था।