नाहन (संध्या कश्यप) : ऐतिहासिक शहर एक बार फिर भगवान श्री जगन्नाथ जी की शोभा यात्रा के रंग में रंगने जा रहा है। वैसे तो शहर की उम्र अपने आपमें ही 394 साल की है। लेकिन शहर के मुख्य बाजार बड़ा चौक में स्थित प्राचीन जगन्नाथ मंदिर को जगन्नाथ पुरी के बाद दूसरा शक्तिपीठ होने का दावा किया जा रहा है। इस साल भगवान श्री जगन्नाथ जी की भव्य शोभा यात्रा का आयोजन 19 जुलाई को किया जा रहा है। हालांकि मंदिर के निर्माण को लेकर कुछ असमजंस है लेकिन जानकारों के मुताबिक शहर में इस प्राचीन मंदिर का निर्माण 1681 में सिरमौर रियासत के तत्कालीन शासक बुध प्रकाश ने करवाया था।
यह धारणा है कि शासक को भगवान श्री जगन्नाथ ने स्वप्र में आकर बताया था कि उसके रियासत के उत्तर में पीपल के पेड़ के नीचे एक मूर्ति है जिसे निकालकर मंदिर का निर्माण किया जाए, शासक ने यहीं किया। मंदिर का निर्माण ठीक उसी तरह से करवाया गया जैसा कि 12वीं शताब्दी में उडीसा के श्री जगन्नाथपुरी में किया गया। भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा मंड़ल के अध्यक्ष प्रकाश बंसल का कहना है कि उत्तर भारत में यह एकमात्र भगवान श्री जगन्नाथ का शक्तिपीठ है। उन्होंने कहा कि मंदिर की शैली भी जगन्नाथपुरी के मंदिर की तरह ही है।
क्या है इस बार कार्यक्रम
9 से 15 जुलाई तक महाभागवत पुराण का आयोजन होगा। 14 जुलाई से 18 जुलाई तक सुबह प्रभात फेरी निकाली जाएगी। 18 जुलाई को श्री जगन्नाथ जी मंदिर में गौडिया मट्ठ से आए भक्तों द्वारा संकीर्तन किया जाएगा। 19 जुलाई को चौगान मैदान से विग्रहों के रथ आरूढ करके व आलौकिक छप्पन भोग अर्पित कर भगवान की शोभायात्रा शुरू होगी।