सोलन (एमबीएम न्यूज) : हिमाचल प्रदेश सरकार तथा एचपीयू प्रशासन की ढुलमुल कार्यप्रणाली की वजह से आज प्रदेश के हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य में अधर में लटक गया है। एचपीयू प्रशासन अढ़ाई वर्ष बीत जाने के बावजूद भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं कर पाया है। इसके चलते कालेज छात्र-छात्राओं में निराशा का माहौल बना हुआ है और उनके अभिभावक भी चिंतित हैं। एबीवीपी ने विवि प्रशासन पर बिना परीक्षाएं दिए छात्रों को उत्तीर्ण करने का आरोप जड़ा है।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते गौरव अत्री।यह बात सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए एबीवीपी के प्रदेश सहमंत्री गौरव अत्री ने कही हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शैक्षणिक अराजकता व शिक्षा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि एचपीयू प्रशासन व प्रदेश सरकार की ढुलमुल कार्यप्रणाली तथा रूसा सिस्टम के लागू होने की वजह से प्रदेश के हजारों कालेज छात्र-छात्राओं के भविष्य पर तलवार लटक गई है। गौरव अत्री ने हैरानी जातते हुए कहा कि एचपीयू प्रशासन ढ़ाई वर्ष बाद भी कालेजों का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं कर पाया है।
उन्होंने कहा कि रूसा के तहत हजारों छात्र तीसरे समेस्टर की परीक्षाएं दे चुके हैं,लेकिन एचपीयू प्रशासन अभी तक प्रथम समेस्टर का परीक्षा परिणाम ही घोषित नहीं कर पाया है। इसके चलते कालेज छात्र-छात्राओं में निराशा का माहौल बना हुआ है। एबीवीपी ने हिमाचल में निरंतर गिर रहे शिक्षा के स्तर पर दुख व्यक्त किया है तथा इसके लिए प्रदेश सरकार व एचपीयू के वीसी को जि मेदार ठहराया है।
गौरव अत्री ने आरोप जड़ा है कि एचपीयू प्रशासन पर ऐसे छात्रों को उत्तीर्ण किया है जिन्होंने परीक्षाएं दी ही नहीं हैं। एबीवीपी इस संदर्भ में जल्द ही पूरे तथ्यों के साथ खुलासा करेगी। भ्रष्टाचार के इस मामले को जनता के सामने लाने के लिए एबीवीपी ने आरटीआई फाइल कर दी है। उन्होंने कहा कि एचपीयू में अध्यापकों के खाली पड़े पदों को न भरना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। प्रदेश के कालेजों में छात्र-छात्राओं को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है।
एबीवीपी के विभाग संयोजक भूपेंद्र ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर रही है। इसमें विवि के कुलपति का सेवा विस्तार करना व डा. वाईएस परमार विश्वविद्यालय नौणी के कुलपति से जुड़ा मामला प्रत्यक्ष उदाहरण है। उन्होंने कहा कि एबीवीपी ने हमेशा ही छात्र हितों के लिए संघर्ष करती रही है तथा भविष्य में भी छात्रों के हितों और अधिकारों का हनन नहीं होने देगी।
28 जुलाई से एबीवीपी उतरेगी सडक़ पर
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री गौरव अत्री ने कहा कि यदि एचपीयू प्रशासन ने एबीवीपी की तरफ से रखी गई जायज मांगों को शीघ्र बहाल नहीं किया तो 28 जुलाई से प्रदेश के सभी कालेजों में छात्र संगठन आंदोलन का बिगुल बजा देगा। उन्होंने कहा कि 30 जुलाई को एबीवीपी कालेज प्राचार्यों का घेराव करेगी तथा 31 जुलाई से प्रथम अगस्त तक 24 घंटे की भूख हड़ताल पर रहेगी।
इसी तरह 4 अगस्त को पर्चा वितरण, 7 अगस्त को हस्ताक्षर अभियान, 10 अगस्त को सरकार व एचपीयू प्रशासन के खिलाफ शव यात्रा, 11 से 14 अगस्त तक रूसा का सर्वे, 17 से 21 अगस्त तक छात्र संवाद करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को जन आंदोलन बनाया जाएगा। इस मौके पर एबीवीपी के जिला संयोजक अमन वर्मा, इकाई उपाध्यक्ष अमन ठाकुर, इकाई सह सचिव विपिन जस्टा सहित कई कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।