शिमला (एमबीएम न्यूज़) : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां हिन्दी दैनिक समाचार पत्र द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अकादमिक क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सरकारी और निजी स्कूलों के 55 मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया तथा उन्हें मैरिट सर्टिफिकेट और पदक वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हिमाचल प्रदेश के विद्यार्थियों ने हाल ही में घोषित भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिणामों में बेहतर रैंक हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने के क्षण स्वयं उनके लिए गौरवमयी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में सूचना, संचार और प्रौद्योगिकी विषयों को शामिल करने की पहल की है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राजीव गांधी डिजिटल योजना के अन्तर्गत विद्यार्थियों के लिए छात्रवृति योजना आरम्भ की है, जिसके अन्तर्गत दसवीं और बारहवीं के मेधावीं विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 में मेधावी विद्यार्थियों को लगभग 7500 नैटबुक व लैपटॉप वितरित किए गए हैं जबकि इस वित्त वर्ष में मेधावी विद्यार्थियों को 10,000 नैटबुक एवं लैपटॉप वितरित किए जाएंगे।
उन्होेंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय प्रबन्धन संस्थान और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में प्रवेश मिलने पर 75000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं।
सूचना एवं जन सम्पर्क व उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री, शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. (कर्नल) धनी राम शांडिल, ग्रामीण विकास मंत्री अनिल शर्मा, मुख्य सचिव पी. मित्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव वी.सी. फारका व पी.सी. धीमान, निदेशक सूचना एंव जन सम्पर्क डा. एम.पी. सूद, हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष बलबीर तेगटा, शिक्षा विभाग के निदेशक दिनकर बुराथोकी सहित अकादमिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक भी उपस्थित थे।