नाहन- हिमाचल प्रदेश का प्राचीन दो दिवसीय माता भंगायणी मेला आज हरिपुरधार में सम्पन्न हुआ जिसमें हज़ारो की संख्या में लोगो ने माता भंगायणी के मंदिर में दर्शन करने के उपरात मेले में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का भरपूर आनन्द उठाया। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार ने लोगों को मेले की बधाई देते हुए कहा कि माता भंगायणी का मेला प्रदेश के प्राचीन मेलों में से एक है जिसमें सिरमौर जिला के अतिरिक्त जिला शिमला व उतराखण्ड के लोगों की अगाथ श्रद्धा है। उन्होने कहा कि मेले और त्यौहार प्रदेश की समृद्ध संस्कृति के परिचायक है जिनके आयोजन से जहां प्रदेश की संस्कृति का संरक्षण होता है वहीं पर लोगों में आपसी प्यार, सदभावना तथा पारस्परिक सहयोग की भावना उत्पन्न होने से राष्ट्र की एकता और अखण्डता को बल मिलता है। उन्होने कहा कि हरिपुरधार को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए बेहतर सड़क सुविधा प्रदान करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होने कहा कि हरिपुरधार स्थल को जोडने वाली सभी सड़कों को पक्का करने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की गई है ताकि पर्यटक व श्रद्धालु माता भंगायणी के दर्शन करने के साथ साथ चुड़धार व हिमालय पर्वत की बर्फ से ढकी चौटीयों व प्रकृति की नैसर्गिक छटा का आनन्द उठा सके। उन्होने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से विकसित होने पर इस क्षेत्र के लोगो को स्वरोजगार के अवसर घरद्वार पर उपलब्ध होगे । उन्होने कहा कि हरिपुरधार में अदरक और बुरांस फूलों पर आधारित उद्योग स्थापित करने के लिए मामला प्रदेश सरकार के साथ उठाया जाएगा ताकि इस क्षेत्र में पैदा होने वाले अदरक और बुरांस के फूल पैदा करने वाले उत्पादकों को विपणन की एक अच्छी व्यवस्था उपलब्ध हो सके। इसके अतिरिक्त हरिपुरधार में आईटीआई खोलने के अतिरिक्त इस क्षेत्र की विभिन्न प्रमुख मांगों को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के समक्ष रखा जाएगा ताकि इस क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को हरिपुरधार में आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त करने की सुविधा घरद्वार पर उपलब्ध हो सके। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा हरिपुरधार में उप-तहसील खोलकर लोगो को राजस्व संबन्धी सुविधाऐं घरद्वार पर उपलब्ध करवा दी गई है। उन्होने अपनी ऐच्छिक निधि से मेला कमेटी हरिपुरधार को 11 हजार रूपये देने की घोषणा की।
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