धर्मशाला। वी के शर्मा : भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष सुनील ठाकुर ने प्रदेश मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर तीखा वार करते हुए कहा कि सत्ता के मद में मुख्यमंत्री यह भूल रहे हैं कि वह किसी रजवाड़े के राजा नहीं बल्कि लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए सरकार के मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री होने के नाते वह जनता के प्रति जवाबदेह हैं। ऐसे में उन पर लगे आरोपों का जवाब किसी और के द्वारा दिए जाने के बजाए उन्हें स्वयं देना चाहिए।
भाजयुमो अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से प्रश्न करते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि युकां अध्यक्ष विक्रमादित्य किस अधिकार से सांसद अनुराग ठाकुर के प्रश्नो का उत्तर देंगे। सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रदेश के संवैधानिक मुखिया पर आरोप लगाए हैं न कि किसी व्यक्ति विशेष पर और संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार सरकार का दायित्व बनता है कि वह जनप्रतिनिधियों द्वारा लगाए आरोपों का उत्तर दें। विक्रमादित्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष हैं न कि सरकार के हिस्सा हैं।
सुनील ठाकुर ने कहा कि युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह को अगर बहस करने को इतना ही शौक है तो वो मुझसे तथ्यों पर बहस कर लें। विक्रमादित्य को खुली चुनौती देते हुए सुनील ठाकुर ने कहा कि युकां अध्यक्ष खेल विधेयक बिल, भाजपा मुख्यालय पर हमले सहित भूमि अधिग्रहण बिल पर खुली बहस के लिए आमंत्रित हैं। तिथि, समय व स्थान तय कर सूचित कर दें।
सुनील ठाकुर ने युकां अध्यक्ष विक्रमादित्य का उपहास उड़ाते हुए कहा कि पिता के साये में जी रहा व्यक्ति क्या बहस करेगा ? अगर आज पिता मुख्यमंत्री न होते तो भाजपा कार्यालय पर हमला करने, भाजपा कार्यकर्ता की आंख फोडऩे व गुंडागर्दी के आरोपों में जेल की सलाखों के पीछे होता।